कटिहार गोलीकांड पर बवाल, नेताओं ने थामी कमान, राज्यभर में हंगामा शुरू
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बुधवार को कटिहार में पुलिस की गोली से दो लोगों की हुई मौत के मामले में जमकर सियासत हो रही है. राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को कटिहार गोली कांड पर नीतीश सरकार की निंदा की है. उन्होंने कहा कि कटिहार में बिजली की मांग करने वालों पर गोली चलवा कर दो लोगों की जान लेना और इस बर्बरता को जायज ठहराना शर्मनाक है.
मोदी ने कहा कि पुलिस की गोली से मारे गए लोहों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए, पूरे मामले की न्यायिक जांच करायी जाए और दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलम्बित किया जाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और गृह विभाग के मंत्री के नाते नीतीश कुमार को कटिहार गोली कांड की जिम्मेवारी लेनी चाहिए.
मोदी ने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार के समय ग्रामीण क्षेत्रों को 18 से 20 घंटे तक बिजली मिलती थी। आज मात्र चार घंटे बिजली मयस्सर होती है, जिससे ग्रामीणों में व्यापक रोष है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपना घाटा कम रखने के लिए खुले बाजार से बिजली नहीं खरीद रही है, जिसकी मार जनता पर पड़ रही है.
क्या है मामला
बुधवार को कटिहार जिले के बारसोई में बिजली की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की. जानकारी के मुताबिक फायरिंग में तीन युवकों को गोली लगी, जिसमें एक युवक की मौत हो गई. एसडीओ ने एक की मौत और दो लोगों के घायल होने की पुष्टि की थी. मृतक की पहचान मोहम्मद खुर्शीद (Mohammad Khurshid) के रूप में बताई जा रही है. लेकिन बाद में पता चला कि सोनू नामक एक अन्य व्यक्ति की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई.
पुलिस गोलीकांड में मारे गए सोनू के भाई मोनू ने कहा कि मैं बिजली विभाग में सुविधा एजेंट के तौर पर काम करता हूं. मैं बिजली ऑफिस के अंदर मौजूद था. वहां पर प्रदर्शनकारी पत्थर चला रहे थे. मैंने भाई को कॉल कर बताया कि मैं ठीक हूं. ऑफिस का दरवाजा बंद था. मेरे फोन के बाद वो मुझे लेने बिजली ऑफिस आया था. वो बाहर में खड़ा था. इसी बीच पुलिस वालों ने फायरिंग कर दी और उसकी मौत हो गई. जब मैं बिजली ऑफिस से निकला तो किसी ने बताया कि मेरे भाई सोनू को गोली लगी है. इसके बाद मैं सोनू को गोद में लेकर अस्पताल पहुंचा. पुलिसवालों ने मेरे भाई के सिर में गोली मारी थी. उसकी उम्र 21 साल थी और वो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की कोडिंग सीख रहा था.
वहीं सोनू के पिता मानिकचंद्र साहा ने बताया कि सोनू अपने बड़े भाई को बचाने गया था. उसका बड़ा भाई और मेरा बेटा बिजली विभाग में डाटा ऑपरेटर का काम करता है. बुधवार को उसने फोन किया कि पापा यहां गोलियां चल रही है. मैंने उससे कहा कि बेटा कहीं छुप जाओ और खुद को सुरक्षित कर लो. सोनू को जब पता चला कि उसका बड़ा भाई गोलीबारी के बीच ऑफिस में फंसा है तो वह और मंझला बेटा बाइक पर बड़े भाई को बचाने चले गए. सोनू ने कहा कि पापा हम भईया को लेकर आते हैं. सोनू गया तो पुलिस ने फायरिंग कर दी. गोली सोनू के सिर में लग गई और उसकी मौत हो गई.
आत्मरक्षा में फायरिंग
कटिहार के एसपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि घटनास्थल पर देखकर ऐसा लगता है कि सब कुछ प्लान के तहत हुआ है. लोग तोड़फोड़ करने लगे और उग्र हो गए. उपद्रवियों ने एक तरह से अधिकारियों को बंधन बना लिया था. बिजली कर्मी और पुलिस को चोटें आई हैं. वहीं डीएम रवि प्रकाश ने कहा कि अनुमति के बाद ही लोग प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन कुछ उपद्रवियों के कारण प्रदर्शन हिंसक हो गया. पुलिस को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी.
इधर कटिहार गोली कांड को लेकर प्रशासन की ओर प्रेस रिलीज जारी किया गया जिसमें कहा गया कि 26 जुलाई 2023 को लगभग 12.30 बजे कटिहार जिले के बारसोई थानान्तर्गत कथित बिजली की समस्या को लेकर थाना से लगभग 100 मीटर पूरब बारसोई अनुमण्डलीय कार्यालय परिसर स्थित बिजली विभाग के कार्यालय पर लगभग 1 हजार की संख्या में स्थानीय नागरिकों के द्वारा उग्र प्रदर्शन किया गया. उग्र प्रदर्शन के क्रम में भीड़ में सम्मिलित असामाजिक तत्वों के द्वारा बिजली कर्मियों पर हमला कर दिया गया.
राज्य के पूर्व कृषि मंत्री व आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही गोलीकांड के लिए दोषी ठहरा दिया है. सुधाकर सिंह ने कहा है कि कटिहार गोलीकांड के लिए सीएम नीतीश कुमार खुद ही जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 का मुकदमा भी दर्ज किया जाना चाहिए.
वहीं पुलिस की इस गोलीबारी की घटना पर एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी का बयान आया है. ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि “बिहार में बिजली कटौती के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस की गोलियों से मोहम्मद खुर्शीद और सोनू साह मारे गये और नियाज़ गंभीर तौर से घायल हैं. हम ख़ुर्शीद और सोनू के परिवार के साथ खड़े हैं. दुआ करते हैं के अल्लाह नियाज़ को शिफ़ा अदा करे. यह एक शर्मनाक हादसा है. बिहार पुलिस की कारवाही को @nitishkumar और @yadavtejashwi के मंत्री ने जायज़ कहा और पीड़ित पर “बदमाशी” का इल्ज़ाम लगा दिया. ग़रीब लोग बिजली व्यवस्था में सुधार की माँग करें तो उन पर गोली चला दो? ऐसे मिलेगा सामाजिक न्याय और “सिक्यूलरिज्म”, ऐसे हराया जाएगा भाजपा को? हुए तुम दोस्त जिस के दुश्मन उस का आसमाँ क्यूँ हो.”
दूसरी ओर, राज्य के ऊर्जा मंत्री विजय यादव ने पुलिस का बचाव करते हुए अजीबो गरीब बयान दिया है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर कोई बदमाशी करेगा, तो पुलिस लाठी और गोली चलाएगी. उन्होंने कहा कि लोगों के उकसावे के बाद ही पुलिस ने कार्रवाई की है.