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उपेन्द्र कुशवाहा होंगे राज्यसभा के लिए एनडीए के उम्मीदवार, कुशवाहा वोटरों पर नजर

पटना (The Bihar Now डेस्क)| राष्ट्रीय जनतांत्रिक (एनडीए) ने 2 जुलाई को राष्ट्रीय लोक मोर्चा (Rasthriya Lok Morcha) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया.

बताया जा रहा है कि बिहार की काराकाट सीट से लोकसभा में चुनावी हार के बावजूद कुशवाहा को नामांकित करने का निर्णय कुशवाहा समुदाय को एनडीए के प्रति एकजुट रखने के लिए लिया गया है.

2025 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए, हर राजनीतिक दल बिहार में यादव के बाद अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के दूसरे सबसे बड़े ब्लॉक, कुशवाहा वोट बैंक पर दावा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है.

इंडिया (Indian National Developmental Inclusive Alliance) ब्लॉक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal द्वारा अभय कुशवाहा को लोकसभा में पार्टी का नेता बनाए जाने के बाद एनडीए को यह फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा. इस घटनाक्रम के बाद जनता दल-(यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए भगवान सिंह कुशवाहा को उम्मीदवार घोषित किया था और अब उपेन्द्र कुशवाहा को राज्यसभा के लिए नामांकित किया है.

भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने औपचारिक घोषणा करते हुए कहा, ”सर्वसम्मति से उपेन्द्र कुशवाहा जी को राज्यसभा के लिए नामांकित किया गया है और वह एनडीए के उम्मीदवार होंगे.”

गत माह हुए लोकसभा चुनाव के बाद राज्यसभा की दो सीटें खाली हो गई हैं. पाटलिपुत्र और नवादा लोकसभा सीट से अब राजद की मीसा भारती और भाजपा के विवेक ठाकुर लोकसभा सदस्य बन गये हैं.उपेन्द्र कुशवाहा लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद विवेक ठाकुर का स्थान लेंगे.

एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए, कुशवाहा ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi), बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) और लोक जनशक्ति पार्टी – रामविलास (Lok Janshakti Party – Ram Vilas) के नेता चिराग पासवान (Chirag Paswan), पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी (BJP State president Samrat Chaudhary) सहित एनडीए के घटक दलों के प्रति आभार व्यक्त किया.

कुशवाहा ने अपने पोस्ट में आगे कहा, ”आने वाले दिनों में जो भी चुनौतियां आएंगी, हम सामूहिक रूप से उसका सामना करेंगे.”

बता दें, हाल ही में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव में कुशवाहा काराकाट सीट से लोकसभा चुनाव लड़े और तीसरे स्थान पर रहे. सीपीआई (एमएल) के उम्मीदवार राजा राम सिंह इस सीट से जीते, जबकि भोजपुरी गायक और अभिनेता पवन सिंह दूसरे स्थान पर रहे थे.

कुशवाहा समुदाय बीजेपी से था नाराज

कुशवाहा समुदाय बीजेपी से इसलिए भी नाराज था क्योंकि पार्टी ने पवन सिंह को उनके पसंदीदा लोकसभा क्षेत्र से टिकट नहीं दिया था. उपेन्द्र कुशवाहा अपने समुदाय के सबसे मजबूत नेता माने जाते हैं और उनकी हार का ठीकरा बीजेपी पर फोड़ा जा रहा था. समुदाय को लगा कि अगर भोजपुरी स्टार मैदान में नहीं होते तो उपेन्द्र कुशवाहा आसानी से चुनाव जीत जाते.

लालू के गेम प्लान के लिए नीतीश ने यह किया

ऐसा माना जाता है कि लालू यादव के गेम प्लान का मुकाबला करने के लिए, नीतीश कुमार ने विधान परिषद की खाली सीटों में से एक पर शाहाबाद क्षेत्र के बड़े कुशवाहा नेता भगवान सिंह कुशवाहा को मैदान में उतारा और अब राज्यसभा के लिए उपेन्द्र कुशवाहा का नामांकन कराया.

औरंगाबाद से सांसद बने अभय कुशवाहा पहले जदयू में थे लेकिन लोकसभा चुनाव से ठीक पहले वह राजद में शामिल हो गये.

उपेन्द्र कुशवाहा और 2005 से बिहार के मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार के बीच रिश्तों में दूरी और नजदीकी दोनों की स्थिति रही है और उनका मुख्य वोट बैंक लव-कुश (कुर्मी और कुशवाहा (कोइरी जाति) है) ने उन्हें सत्ता में बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है .एक समय था, जब उपेन्द्र कुशवाहा नीतीश कुमार के काफी करीबी थे.

हालाँकि, कुछ मुद्दों पर नीतीश कुमार के साथ मतभेद के बाद फरवरी 2023 में जद-(यू) छोड़ने के बाद उनके रिश्ते में कड़वाहट आ गई.

पिछले तीन चुनावों के प्रदर्शन पर नजर डालें तो जदयू और भाजपा के प्रति कुशवाहा मतदाताओं में नाराजगी बढ़ी है.

2015 के विधानसभा चुनाव में 20 कुशवाहा उम्मीदवार चुनाव जीते थे, 11 कुशवाहा उम्मीदवार जद-(यू) के थे, 4 बीजेपी के, 4 राजद के और कांग्रेस के एक कुशवाहा उम्मीदवार थे.

2020 के विधानसभा चुनाव में, 16 कुशवाहा विधायकों में भाजपा के 3, जद-(यू) के 4, राजद के 4, सीपीआई (एमएल) के 4 और सीपीआई के 1 विधायक शामिल थे. इसी तरह 2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक और एनडीए ने कुल 11 कुशवाहा उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन केवल 4 ही जीत सके.इंडिया ब्लॉक (INDIA bloc) ने 7 कुशवाहा उम्मीदवारों को टिकट दिया, जिसमें राजद के 3 और वीआईपी, सीपीआई (एम), सीपीआईएम और कांग्रेस के एक-एक उम्मीदवार शामिल थे. वहीं, एनडीए ने 4 कुशवाहा उम्मीदवारों को टिकट दिया, जिसमें जेडी-(यू) ने 3 और आरएलएम ने उपेन्द्र कुशवाहा के रूप में एक उम्मीदवार को मैदान में उतारा. जबकि बीजेपी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) ने कुशवाहा उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया.

संख्या बल एनडीए के पक्ष में होने के कारण भगवान सिंह कुशवाहा के निर्विरोध निर्वाचित होने की संभावना तय है. भगवान सिंह कुशवाहा ने आज परिषद में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे.