बिहार की बेटी ज्योति कुमारी साहस की प्रतिमूर्ति – उपेंद्र कुशवाहा
पटना (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट) | दरभंगा के सिरहुल्ली गांव की रहने वाली ज्योति ने लॉकडाउन के दौरान अपने बीमार पिता को साइकिल पर बिठाकर गुड़गांव से दरभंगा तक लगभग 1200 किलोमीटर का सफर तय किया. जिसके बाद ज्योति की हिम्मत के चर्चे अखबार से लेकर सोशल मीडिया तक की सुर्खियां बन गए. यहाँ तक कि ज्योति के बुलंद हौंसलों की दास्तान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप ने पढ़ी तो उन्होंने इसकी काफी सराहना की.
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने ज्योति कुमारी को साहस की प्रतिमूर्ति बताते हुए ट्विटर के माध्यम से ट्वीट करते हुए लिखा है कि ;
#COVIDー19 संकट में साहस की प्रतिमूर्ति बनी #JyotiKumari को स्नेह व आशीर्वाद. बिहार के बच्चों में असीमित क्षमता है. शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के कारण गरीब घर के लाखों बच्चों की प्रतिभायें या तो दम तोड़ देती है या मजदूर बन पलायन को मजबूर होती है.