सरकारी खजाने पर पहला हक़ जनता का

पटना (TBN रिपोर्ट) :- बिहार में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के घोषित होने के बाद उत्पन्न हुए हालातों के दौरान किए जा रहे उपायों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के मुख्य सचिव दीपक कुमार समेत तमाम विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि “आपदा की इस घड़ी में लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. सरकार के खजाने पर पहला हक आपदा पीड़ितों का है और सरकार उन्हें हर सहायता पहुंचाने के लिए पूरी तरह तत्पर है”. नीतीश कुमार ने लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि, “राज्य में राशन सामग्री को कोई कमी नहीं है. जरूरी समानों की आपूर्ति में किसी तरह की कोई कठनाई नहीं है”.
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि, “दवाओं, मास्क और अन्य जरूरी उपकरणों को हर हाल में उपलब्ध कराया जाए. क्वारेंटाइन में रखे गये लोगों की सतत निगरानी करें और इस सेंटरों पर भोजन से लेकर किसी तरह की कोई कमी न हो इसका पूरा ख्याल रखा जाए”. इसके साथ ही नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि, “बिहार के बाहर फंसे लोगों के जितने भी आवेदन आए हैं उनका अतिशीध्र निपटारा किया जाए. सभी के खाते में एक हजार भेजना सुनिश्चित किया जाए तथा किसानों को फसल क्षतिपूर्ति की भरपायी के तौर पर कृषि इनपुट अनुदान तत्काल दिया जाये”. इस मौके पर उन्होनें राज्य में एईएस (चमकी बुखार), बर्डफ्लू और स्वाइन फ्लू की स्थिति की भी समीक्षा की .
मुख्यमंत्री ने जनता से अपील करते हुए कहा है कि, “लोगों को इस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है. साफ सफाई का विशेष ध्यान दें ताकि इस बीमारी के संक्रमण से बचा जा सके. संकट की घड़ी में आप सब धैर्य और संयम बनाए रखें”. इसके साथ ही नीतीश कुमार ने लॉकडाउन का पालन करते हुए लोगों से घर पर रहने की अपील भी की.