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मंडल दिवस पर जातीय जनगणना को लेकर सड़क पर उतरेंगे तेजस्वी

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| केंद्र द्वारा जातीय जनगणना कराने की विपक्ष की मांग नहीं मानने के बाद बिहार में सियासी उथल-पुथल जारी है. एक तरफ जहां राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी मांग पर जोर दिया है, वहीं दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस मामले को तूल दे दिया है. सोमवार को तेजस्वी ने कहा कि 7 अगस्त को आरजेडी द्वारा विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा.

सूत्रों के मुताबिक, 7 अगस्त को राष्ट्रीय जनता दल की ओर से राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में विशाल धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. बता दें कि इस दिन को मंडल दिवस (Mandal Diwas) के रूप में मनाया जाता है.

जारी हुआ पत्र

राष्ट्रीय जनता दल की ओर से इस दिन जातीय जनगणना कराने, आरक्षित कोटे से बैकलॉग सभी रिक्त पद भरने और मंडल आयोग की शेष सभी अनुशंसाएं लागू करने की मांगों को लेकर विशाल धरना-प्रदर्शन होगा. आरजेडी के प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता (Alok Kumar Mehta RJD) ने इस बारे में एक पत्र जारी किया है.

मेहता के इस पत्र में कहा गया है कि देश में जनता दल की सरकार ने 7 अगस्त, 1990 को तत्कालीन पीएम विश्वनाथ प्रताप सिंह (V P Singh Ex PM) के नेतृत्व में वी.पी मंडल आयोग की अनुशंसाओं को लागू किया गया था. उन्होंने लिखा है कि आरजेडी सूप्रीमो लालू प्रसाद के प्रयास से देश के बहुजन समाज को मुख्यधारा में शामिल होने का मार्ग प्रशस्त हुआ.

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के निर्देश पर यह निर्णय लिया गया है कि सामाजिक न्याय के दृष्टिकोण से 7 अगस्त, 2021 को बिहार के सभी जिलों मुख्यालयों की सड़कों पर प्रदर्शन किया जाएगा. इस प्रदर्शन का कारण होगा – जातीय जनगणना करवाना, आरक्षणों में बैकलॉग व्यवस्था लागू करना और मंडल आयोग की सभी अनुशंसाएं लागू करना. जगदानंद ने यह निर्णय नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के आह्वान पर लिया.

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इस दिन पार्टी नेताओं व वर्करों द्वारा संबंधित जिला के जिला कलेक्टर के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपे जाएंगे. इन ज्ञापनों में उपरोक्त बिंदुओं की मांग लिखी रहेगी.

तेजस्वी और नीतीश की हुई थी मुलाकात

बता दें कि लंबे समय से बिहार में जातीय जनगणना कराने की मांग उठती रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इसके पक्षधर रहे हैं. हाल ही में खत्म हुए विधान मंडल सत्र के दौरान नीतीश कुमार और तेजस्वी की इसी मुद्दे पर मुलाकात भी हुई थी.

इस मुलाकात में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को सुझाव दिया था वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय लेकर मुलाकात करें और जातीय जनगणना पर बात करें. तेजस्वी की बातों का समर्थन करते हुए नीतीश ने कहा था कि वे इस मुद्दे पर मोदी से बात करेंगे.