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अपनी राजनीतिक लाईन बताकर तेजस्वी ने ले ली जमानत

पटना (TBN – अनुभव सिन्हा की रिपोर्ट)| बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) को राउज एवेन्यू, दिल्ली स्थित सीबीआई की विशेष अदालत (Special CBI Court, Rouse Avenue, Delhi) ने आईआरसीटीसी घोटाले (IRCTC Scam) में जमानत दे दी है.

बता दें, विशेष अदालत ने प्रोडक्शन वारंट जारी कर मंगलवार 18 अक्टूबर को सशरीर पेश होने का आदेश दिया था.

पिछले 25 अगस्त को तेजस्वी यादव ने सीबीआई (Threat to CBI) को धमकी दी थी. इस धमकी को गम्भीरता से लेते हुए सीबीआई ने विशेष अदालत से स्पष्ट तौर पर गुहार लगाई थी कि तेजस्वी को बिना गिरफ्तार किए मामले की जांच नहीं हो सकती. इसलिए उनकी जमानत रद्द की जाए.

इस दलील पर विशेष अदालत ने तेजस्वी को नोटिस जारी कर उनकी जमानत रद्द किए जाने के मसले पर जवाब मांगा था, जिसका जवाब तेजस्वी ने नहीं दिया था. तब अदालत ने प्रोडक्शन वारंट जारी कर 18 अक्टूबर को सशरीर पेश होने का आदेश दिया था.

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मंगलवार को विशेष अदालत में पेश तेजस्वी यादव ने सीबीआई को दी गई अपनी धमकी का बचाव करते हुए कहा कि 2013-14 में (लोकसभा चुनावों से पहले) मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) भी सीबीआई के बारे में ऐसा ही कुछ कहा करते थे, तब उनके विरुद्ध तो कोई कार्रवाई नहीं की गई थी. इसलिए वैसे ही कही गई बातों के आधार पर मेरी जमानत रद्द करना न्यायिक अवधारणा के विरुद्ध कैसे नहीं माना जायेगा.

तेजस्वी ने अपनी दलील में अदालत से यह भी जानना चाहा कि मेरी धमकी के बाद मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बजाय मेरी जमानत को रद्द करने गुहार सीबीआई ने लगाई. सीबीआई बताए कि उसने प्राथमिक दर्ज क्यों नहीं की ?

बहरहाल, तेजस्वी की दलीलों को सुनने के बाद विशेष अदालत की पीठासीन पदाधिकारी गीतांजली गोयल (Presiding Officer Geetanjali Goel) ने आईआरसीटीसी मामले में तेजस्वी को मिली जमानत बहाल रखा.

तेजस्वी की जैसे को तैसा की दलील(राजनीति) ने फिलहाल बिहार में राजद को एक बड़े संकट में पड़ने से बचा लिया है.