“बिहारी गुंडा टिप्पणी से दुखी हूं” – तेजस्वी यादव
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav RJD) ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey MP) के खिलाफ कथित तौर पर ‘बिहारी गुंडा’ शब्द का इस्तेमाल करने के लिए टीएमसी सांसद मोहुआ मोइत्रा (Mohua Moitra TMC MP) की निंदा की और कहा कि मोहुआ मोइत्रा को इस तरह की टिप्पणी करने से बचना चाहिए.
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, राजद नेता ने कहा, “यह दुखद है अगर किसी ने ऐसा कहा है. किसी को ऐसी टिप्पणी करने से बचना चाहिए. अगर कोई ऐसी टिप्पणी करता है तो मैं केवल निंदा कर सकता हूं.”
उन्होंने कहा, “बिहार लोकतंत्र की जननी है और राज्य का गौरवशाली अतीत है और राष्ट्र निर्माण में इसका योगदान अद्वितीय है.”
यह पूछे जाने पर कि राजद को इस टिप्पणी पर टीएमसी के साथ संबंध तोड़ लेना चाहिए, यादव ने कहा, “यह टीएमसी या ममता बनर्जी का बयान नहीं है. यह एक व्यक्ति की टिप्पणी है.
क्या है मामला
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को दावा किया था कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद महुआ मोइत्रा ने बुधवार को सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थायी समिति (Parliamentary Standing Committee) की बैठक के दौरान उन्हें “बिहारी गुंडा” कहा था.
झारखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने ट्विटर पर लिखा कि मोइत्रा की “अपमानजनक भाषा” ने उत्तर भारतीयों, खासकर हिंदी भाषी लोगों के प्रति टीएमसी की नफरत को खुलकर सामने ला दिया है.
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दुबे ने हिंदी में ट्वीट कर लिखा, “तृणमूल कांग्रेस ने बिहारी गुंडा शब्द का इस्तेमाल कर बिहार के साथ-साथ पूरे हिंदी भाषी लोगों को गाली दी है. ममता बनर्जी जी, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के इस अपशब्द ने आपकी पार्टी की उत्तर भारतीयों और खासकर हिंदी भाषी लोगों के प्रति देश के सामने नफरत लाया है”.
इस बीच, मोइत्रा ने भी ट्विटर पर लिखा, “नाम-पुकार के आरोपों से थोड़ा खुश हूं. आईटी बैठक नहीं हुई क्योंकि कोई कोरम – सदस्य शामिल नहीं हुए. मैं किसी को ऐसे नाम से कैसे बुला सकती हूं जो मौजूद ही नहीं था !! उपस्थिति पत्रक जांचें!”
कोरम के अभाव में, कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor Congress Leader) के नेतृत्व में सूचना प्रौद्योगिकी पर 31 सदस्यीय संसदीय स्थायी समिति की बैठक मंत्रालय के अधिकारियों के साथ पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा करने के लिए नहीं हो पाई थी.
संसदीय स्थायी समिति के एक सदस्य ने मीडिया को बताया कि बिहारी गुंडे पर गरमागरम बहस के बाद, कोरम की कमी के कारण बैठक स्थगित कर दी गई थी.