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तेजस्वी का सत्ता में आना बिहार के लिए बड़ा दुर्भाग्य होगा: आरके सिंह

नई दिल्ली / पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क) | केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने रविवार को बिहार विधानसभा के दूसरे चरण के चुनाव प्रचार के समापन के बाद महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता सत्ता में आते हैं तो यह राज्य के लिए एक बड़ा दुर्भाग्य होगा.

एक न्यूज एजेंसी के साथ एक विशेष साक्षात्कार में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा, “अगर तेजस्वी सत्ता में आते हैं तो यह राज्य के लिए एक बड़ा दुर्भाग्य होगा. मैं देख रहा हूं कि उनका आंदोलन लालू यादव के समान है. तेजस्वी ने अपनी पार्टी में बिहार के डॉन और क्रिमिनल को शामिल किया है. अनंत सिंह, राजबल्लभ यादव, रामा सिंह सभी डॉन्स हैं. तेजस्वी ने दिग्गज समाजवादी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बजाय रामा सिंह को प्राथमिकता दी है. तेजस्वी यादव की प्रवृत्ति बताती है कि वह अपराधियों, बलात्कारियों से बचना नहीं चाह रहे हैं बल्कि उन्हें प्रोत्साहित कर रहे हैं. जरा सोचिए, अगर ये लोग सत्ता में आ गए तो बिहार का क्या होगा?”

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आरके सिंह, जो आरा से लोकसभा सांसद भी हैं, ने राजद पर हमला किया और कहा कि अगर पार्टी राज्य में सत्ता में वापस आती है, तो अपराधी को बिहार में खुली छूट मिलेगी. बिहार में गुंडे फिर से सड़कों पर आ जाएंगे और राज्य में वाहनों को छीनने की प्रक्रिया फिर से बढ़ेगी.

उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (सीपीआई-एमएल) के महागठबंधन में शामिल होने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि राजद ने सीपीआई (एमएल) के साथ गठबंधन किया है. जब लालू मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने इस पार्टी को ‘मुंडी कटवा’ कहा था. अब उन्होंने (लालू यादव) ने ही उस पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया है. सिंह ने कहा कि आरजेडी को बिहार की चिंता नहीं है और इसीलिए आरजेडी ने हत्यारे सीपीआई (एमएल) को महागठबंधन में शामिल कर लिया है. आरके सिंह ने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब भोजपुर में सीपीआई (एमएल) के डर के कारण लोग शाम के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे.

केंद्रीय मंत्री ने राजद नेतृत्व पर सीधा हमला करते हुए कहा कि ये वे लोग हैं जो बिहार की समृद्धि के लिए कतई चिंतित नहीं हैं. वे इस बात के लिए चिंतित नहीं हैं कि राज्य का विकास होना चाहिए. वे इस बात से चिंतित हैं कि अपने साथ अपराधी को साथ ले जाना चाहिए या हत्यारों को. लेकिन वे किसी भी कीमत पर सत्ता हासिल करने के लिए ही चिंतित हैं.

मंत्री ने बिहार में लोगों से अपील की कि उन्हें किसी ऐसे व्यक्ति को वोट देना चाहिए जो शिक्षित, ईमानदार और चरित्रवान हो. यदि उन्होंने किसी ऐसे अपराधी को वोट दे दिया, जो जाति के आधार पर भ्रष्ट और चरित्रहीन हैं, तो फिर उन्हें भविष्य में यह शिकायत नहीं करनी होगी कि राज्य में भ्रष्टाचार है या सड़कें बहुत खराब है. आरके सिंह ने लोगों से कहा कि मतदान करते समय इस बात की चिंता करनी चाहिए कि बिहार कैसा होना चाहिए और उसी के अनुसार मतदान करें.

बताते चलें कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 71 सीटों के लिए 28 अक्टूबर को मतदान हुआ था. 243 सदस्यीय विधानसभा के शेष 172 विधानसभा क्षेत्र में 3 नवंबर और 7 नवंबर को मतदान होगा. 94 विधानसभा क्षेत्रों के लिए दूसरे चरण के चुनाव 3 नवंबर को आयोजित किया जाएगा और परिणाम 10 नवंबर को घोषित किये जाएंगे.