एकजुटता का नाटक करने वाले I.N.D.I.गठबंधन में मचा है घमासान: सुशील मोदी
अडाणी मुद्दे पर क्लीनचिट के बाद इंडी गठबंधन देश से माफी मांगे
एक झूठ पर शोर मचाकर संसद का पूरा सत्र बर्बाद करने वालों से यह मुद्दा भी छिना
जदयू ने दबाव बनाने के लिए अरुणाचल सीट पर घोषित किया प्रत्याशी
एकजुटता का नाटक करने वालों में सीट साझेदारी से पहले मचा घमासान
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| गुरुवार को सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा कि संसदीय चुनाव के लिए सीट साझेदारी पर कोई निर्णय होने से पहले जदयू के अरुणाचल (Arunachal) में प्रत्याशी घोषित करने और पश्चिम बंगाल (West Bengal) में कांग्रेस-टीएमसी के बीच बढती खटास (Growing sourness between Congress-TMC) से तय है कि इंडी गठबंधन (INDI Alliance) में घमासान मचा है. इधर, हिंडनबर्ग मामले (Hindenburg affair) में अडाणी ग्रुप (Adani Group) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से क्लीनचिट मिलने के बाद विपक्ष के हाथ से यह मुद्दा भी छिन गया.
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद (Former Deputy Chief Minister and Rajya Sabha MP) मोदी ने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में जिन विपक्षी दलों ने अडाणी के विरुद्ध जेपीसी (JPC) जांच की मांग करते हुए संसद का पूरा एक सत्र बर्बाद कर दिया था, उन सबको सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देश की जनता से क्षमा याचना करनी चाहिए. न्यायालय न केवल इस मामले में सेबी की जांच से संतुष्ट है, बल्कि न्यायपीठ ने एसआइटी (SIT) या अन्य किसी एजेंसी से जांच की मांग खारिज कर दी.
उन्होंने कहा कि 2019 के संसदीय चुनाव से पहले जब राहुल गांधी ने 36 राफेल विमानों की खरीद (purchase of Rafale planes) में कथित अनियमितता का शोर मचा कर सरकार को बदनाम करने की कोशिश की थी, तब भी सरकार को सुप्रीम कोर्ट से क्लीनचिट मिली थी और राहुल गांधी को “चौकीदार चोर है” (“The watchman is a thief”) जैसे बयान के लिए माफी मांगनी पड़ी थी.
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मोदी ने कहा कि एक तरफ झूठ और दुराग्रह से गढे गए विपक्ष के सारे मुद्दे ध्वस्त होते जा रहे हैं, दूसरी तरफ इंडी गठबंधन के दल खुल कर एक-दूसरे के विरुद्ध मैदान में आ गए हैं.
उन्होंने कहा कि जिस समय बिहार प्रदेश कांग्रेस (Bihar Pradesh Congress) का नेतृत्व नीतीश कुमार को गठबंधन का संयोजक (Nitish Kumar as coordinator of Alliance) बनाने की पैरवी कर रहा था, उसी समय जदयू अध्यक्ष ने कांग्रेस के प्रभाव वाली अरुणाचल (पश्चिम) सीट से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया. यह एकतरफा फैसला कांग्रेस पर दबाव बनाने लिए किया गया.
मोदी ने कहा ऊपर से एकजुट दिखने का नाटक करते इंडी गठबंधन के सभी दल अपने-अपने क्षेत्र में दूसरे दलों के खिलाफ कमर कस कर खड़े हैं. ऐसे में ये लोग मतदान के दिन तक सीट साझेदारी पर कोई फैसला नहीं कर पाएँगे और “दोस्ताना संघर्ष” (“Friendly Struggle”) बता कर चेहरा बचाएँगे. ये लोग प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की स्थिर, मजबूत और कल्याणकारी सरकार का विकल्प क्या बनेंगे?