‘RLJD’ अब है ‘RLM’, उपेन्द्र कुशवाहा ने की पार्टी का नाम बदलने की घोषणा
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| एनडीए के भीतर सीट-बंटवारे की बातचीत के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा (Former Union Minister Upendra Kushwaha) ने रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान महत्वपूर्ण घोषणा की. उन्होंने ऐलान किया कि उनकी पार्टी का नाम ‘राष्ट्रीय लोक जनता दल’ (Rashtriya Lok Janata Dal) से बदलकर ‘राष्ट्रीय लोक मोर्चा’ (Rashtriya Lok Morcha) कर दिया गया है. यह फैसला चुनाव आयोग से मिली मंजूरी के बाद लिया गया है. पार्टी अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने पुष्टि की कि उनकी पार्टी का आधिकारिक नाम अब राष्ट्रीय लोक मोर्चा है.
नाम बदलने के पीछे का कारण बताते हुए कुशवाहा ने पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान आने वाली चुनौतियों का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि शुरू में पार्टी ने राष्ट्रीय लोक जनता दल के नाम से पंजीकरण की मांग की थी, लेकिन मौजूदा पार्टी नामों के साथ समानता के कारण बाधाओं का सामना करना पड़ा.
उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग (Election Commission) ने पार्टी से वैकल्पिक नामों का अनुरोध किया. फिर उपेन्द्र कुशवाहा ने आयोग को लोक जनता दल, राष्ट्रीय जन मोर्चा, यूनाइटेड समता पार्टी, सेक्युलर समता पार्टी और डेमोक्रेटिक समता पार्टी जैसे विकल्पों का प्रस्ताव दिया. अंततः आयोग ने ‘राष्ट्रीय लोक मोर्चा’ के नाम को मंजूर किया.
समाचार एजेंसी के मुताबिक उन्होंने कहा, ”चुनाव आयोग ने कहा कि हमारा पुराना नाम राष्ट्रीय लोक जनता दल (RLJD) आयोग में पंजीकृत अन्य पार्टियों के नाम से मिलता-जुलता है, इसलिए हमने 5-6 नए नाम दिए और राष्ट्रीय लोक मोर्चा नाम को मंजूरी दे दी गई. हमारी पार्टी चुनाव आयोग में पंजीकृत हो गई है.”
उन्होंने बताया कि इसके बाद चुनाव आयोग को राष्ट्रीय लोक मोर्चा, लोक जनता दल, राष्ट्रीय जन मोर्चा, यूनाइटेड इक्वेलिटी पार्टी, सेक्युलर इक्वेलिटी पार्टी और डेमोक्रेटिक इक्वेलिटी पार्टी जैसे नाम सुझाए गए.
आगामी लोकसभा चुनाव पर नजर रखते हुए कुशवाहा ने कहा कि बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर उनकी पार्टी की तैयारी चल रही है. उन्होंने कहा, “हम एनडीए में रहकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. अगर हम हर सीट पर मजबूत होंगे, तभी हम एनडीए की मदद कर पाएंगे. हम कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, इस पर एनडीए में चर्चा चल रही है.”
उन्होंने जेडीयू (JDU) से एनडीए (NDA) में जाने और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Chief Minister Nitish Kumar) पर भी टिप्पणी करते हुए कहा, “मैं जेडीयू से एनडीए में आया, लेकिन मुझे नीतीश से कोई समस्या नहीं है. हम खुद चाहते थे कि वह महागठबंधन (Mahagathbandhan) से बाहर आ जाएं. नीतीश तनाव में और असहज थे. यह उनके चेहरे पर दिख रहा था.”