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RJD विधायक रीतलाल यादव का सनसनीखेज दावा: ‘मेरी हत्या की साजिश, AK-47 भी मुहैया कराया गया’

दानापुर कोर्ट में सरेंडर के बाद रीतलाल का आरोप- ‘राजनीतिक साजिश के तहत भेजा जा रहा जेल’
बिल्डर पर लगाया गंभीर इल्जाम, कहा- ‘पुलिस के साथ मिलकर रची गई हत्या की साजिश’
बेउर जेल में 14 दिन की न्यायिक हिरासत, विधायक ने जताई जान को खतरे की आशंका

पटना (The Bihar Now डेस्क)| पटना के दानापुर से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक (RJD MLA) रीतलाल यादव (Ritlal Yadav) ने दानापुर कोर्ट में सरेंडर करने के बाद सनसनीखेज खुलासे किए हैं. रीतलाल ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि एक सुनियोजित राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें जेल भेजा जा रहा है.

दानापुर कोर्ट परिसर (Danapur Civil Court) में उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनकी हत्या की साजिश रची गई है, जिसके लिए उनके विरोधियों ने AK-47 तक मुहैया कराया था. रीतलाल को एक बिल्डर से रंगदारी मांगने और धमकाने के मामले में दानापुर कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बेउर जेल भेज दिया है.

‘पुलिस और बिल्डर ने मिलकर रची साजिश’

रीतलाल ने बताया कि 9 तारीख को बिल्डर ने उनसे मुलाकात की बात कही, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. इसके बाद 10 और 11 तारीख को भी बिल्डर ने संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन रीतलाल ने साफ कहा कि जब तक बिल्डर पुराने लेनदेन को सुलझा नहीं लेता, उनसे कोई बात नहीं होगी.

रीतलाल ने सनसनीखेज दावा किया कि 11 तारीख को उनके घर पर पुलिस की छापेमारी के दौरान बिल्डर और पुलिस ने मिलकर उनकी हत्या की साजिश रची थी. उन्होंने कहा, “बिल्डर को मेरे घर भेजा गया था ताकि मुझे और मेरे लोगों को मार दिया जाए. यह पूरी साजिश पुलिस के एक अफसर और मेरे विरोधियों की थी.”

‘बिल्डर ने गरीबों की जमीन हड़पी’

रीतलाल ने बिल्डर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने गरीबों की जमीन जबरन हड़प ली थी. इस मुद्दे पर पंचायत भी हुई थी, जिसमें बिल्डर ने जमीन वापस करने का वादा किया था. रीतलाल ने दावा किया कि बिल्डर ने उनके खिलाफ झूठी FIR दर्ज कराई, जो उनकी हत्या की साजिश का हिस्सा है.

‘जेल से कोर्ट आते-जाते जान को खतरा’

रीतलाल ने अपनी जान को खतरा बताते हुए कहा कि बेउर जेल से व्यवहार न्यायालय लाए जाने के दौरान उनकी हत्या हो सकती है. उन्होंने यह भी दावा किया कि छापेमारी के दिन उनके विरोधियों ने AK-47 उपलब्ध कराई थी, ताकि उनकी हत्या को अंजाम दिया जा सके. रीतलाल ने कहा, “अगर मैं उस दिन मिल जाता, तो मेरी हत्या हो जाती. मेरे विरोधी डरते हैं कि मेरे बाहर रहने पर वे दानापुर विधानसभा सीट हार जाएंगे.”

पृष्ठभूमि और कोर्ट का फैसला

10 तारीख को रीतलाल यादव के खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद पुलिस ने उनके घर पर छापेमारी की थी. इसके बाद रीतलाल और उनके भाई पिंटू यादव ने दानापुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया. कोर्ट ने दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बेउर जेल भेजने का आदेश दिया.

इस संबंध में रीतलाल यादव के वकील सफदर हयात ने जानकारी दी कि एक बिल्डर द्वारा दर्ज कराए गए केस संख्या 129/25 में सभी आरोपियों ने दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है.

सफदर हयात ने कहा, “विधायक रीतलाल यादव, उनके भाई और परिवार के अन्य सदस्यों पर लगाए गए आरोपों को लेकर सभी ने कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करते हुए कोर्ट में सरेंडर किया है. हम न्यायिक प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं और आगे भी कानूनी लड़ाई लड़ेंगे.”