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बयानबाजी ने कराई ने केसी त्यागी की प्रवक्ता पद से विदाई

नई दिल्ली / पटना (The Bihar Now डेस्क)| जेडीयू के दिग्गज नेता केसी त्यागी (JDU leader KC Tyagi) ने पार्टी के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है. जेडीयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Chief Minister Nitish Kumar) ने उनकी जगह राजीव रंजन प्रसाद (Rajiv Ranjan Prasad) को पार्टी प्रवक्ता नियुक्त किया है.

जदयू ने कहा है कि केसी त्यागी ने “व्यक्तिगत कारणों” से त्यागपत्र देने का निर्णय लिया है, जबकि प्रमुख मुद्दों पर त्यागी के बयान भाजपा नेतृत्व को पसंद नहीं आने के बाद, इस घटनाक्रम को जदयू के क्षति नियंत्रण के रूप में देखा जा रहा है.

जदयू ने एक बयान में कहा, “जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष, नीतीश कुमार (मुख्यमंत्री, बिहार) ने राजीव रंजन प्रसाद को राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया है. पार्टी में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत केसी त्यागी ने व्यक्तिगत कारण से पार्टी प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दे दिया है.

समाचार एजेंसी एएनआई ने केसी त्यागी द्वारा कल नीतीश कुमार को लिखे गए पत्र को शेयर किया है. पत्र में त्यागी ने कहा है कि उन्होंने पहले भी संगठनात्मक जिम्मेदारी से मुक्त होने का अनुरोध किया था.

त्यागी ने नीतीश कुमार को लिखे अपने पत्र में आगे लिखा, “आपने देखा होगा कि मैंने पिछले कुछ महीनों से खुद को टीवी डिबेट्स से दूर रखा है. मैं अन्य कार्यों के कारण प्रवक्ता के पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहा हूं. कृपया मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त करें.मैं आपके और बिहार सरकार की उपलब्धियों के बारे में प्रचार करने के लिए उपलब्ध रहूंगा.”

जेडीयू झेल रही थी शर्मिंदगी

पता चला है कि भाजपा सहयोगियों से सत्तारूढ़ एनडीए गुट में समन्वय बनाए रखने के लिए कह रही है. ऐसे में, वक्फ संशोधन विधेयक, समान नागरिक संहिता और गाजा में युद्ध जैसे प्रमुख मुद्दों पर केसी त्यागी की टिप्पणियों से जेडीयू को शर्मिंदगी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा.

जेडीयू सूत्रों के अनुसार, 73 वर्षीय केसी त्यागी कई मुद्दों पर अपनी अलग लाइन ले रहे हैं और पार्टी के लिए शर्मिंदगी पैदा कर रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि पार्टी नेतृत्व को लगा कि केसी त्यागी को विवादास्पद मुद्दों पर सार्वजनिक बयान देने से पहले परामर्श करना चाहिए था, क्योंकि यह जदयू और उसकी सहयोगी भाजपा के बीच भ्रम और अनावश्यक मनमुटाव पैदा करता है.

इज़राइल मामले पर बयानबाजी

हाल ही में, केसी त्यागी उन सांसदों और पूर्व सांसदों में से थे जिन्होंने इज़राइल पर निशाना साधते हुए एक बयान दिया था. इस बयान में कहा गया था, “हम, सभी राजनीतिक दलों के अधोहस्ताक्षरित सांसद, स्पष्ट रूप से जारी ज़ायोनी आक्रमण और इज़राइल द्वारा फ़िलिस्तीनी लोगों के जघन्य नरसंहार की निंदा करते हैं. यह क्रूर हमला न केवल मानवता का अपमान है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून और न्याय और शांति के सिद्धांतों का भी घोर उल्लंघन है.”

इसमें कहा गया है, “एक ऐसे राष्ट्र के रूप में जिसने हमेशा न्याय और मानवाधिकारों का समर्थन किया है, भारत इस नरसंहार में शामिल नहीं हो सकता.”

कई विपक्षी राजनेताओं के अलावा, केसी त्यागी भी इस बयान के हस्ताक्षरकर्ता थे.

केसी त्यागी ने बताया कारण

अपने इस्तीफे के तत्काल कारण के बारे में पूछे जाने पर केसी त्यागी ने कहा: “मैं एक नई टीम में था जिसमें नीतीश कुमार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और संजय कुमार झा इसके राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष हैं… मुझे बस लगा कि मैंने अपना काम काफी कर लिया है. पार्टी का बचाव करने के लिए बहुत कम है.”

केसी त्यागी ने यह भी कहा कि वर्तमान में वह उन नेताओं पर ‘माई प्रेसिडेंट्स’ नामक पुस्तक पर काम कर रहे हैं, जिनके साथ उन्होंने काम किया है. उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में चौधरी चरण सिंह और जॉर्ज फर्नांडिस से लेकर शरद यादव और नीतीश कुमार तक कई समाजवादी नेताओं को शामिल किया गया है.

यह पूछे जाने पर कि क्या जद (यू) के पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह और आरसीपी सिंह भी इसका हिस्सा होंगे, त्यागी ने कहा, “नहीं. किताब का अंत पार्टी में मेरे नेता नीतीश कुमार के साथ होता है.”