बिहार का राजपाट गंभीर स्थिति में, राजद के कारण बढ़ी आशंकाएं
पटना (TBN – वरिष्ठ पत्रकार अनुभव सिन्हा की खास रिपोर्ट)| मंगलवार को दिए अपने बयान पर बात को बढ़ता देख सीएम नीतीश कुमार ने (CM Nitish Kumar) जहां उसे समाप्त करने की कोशिश की, वहीं राजद (RJD) के लिए वह शुरूआत है. 7 नवम्बर को विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में जनसंख्या नियंत्रण संबंधी विवादास्पद बयान को तूल पकड़ता देख 8 नवम्बर को सुबह में सीएम ने मीडिया के सामने माफी मांग ली.
पर, राजद यहां पर रूका नहीं. राजद ने अपने X हैण्डल पर एक पोस्ट डाला. पोस्ट में राजद ने भाषा की मर्यादा का भरसक ख्याल रखने की कोशिश की, लेकिन वह “रंगा सियार” का प्रयास साबित हुआ (अमर्यादित शब्दों के कारण आरजेडी के उस पोस्ट को हम यहां नहीं डाल सकते हैं). पोस्ट भले राजद के हैण्डल पर है और तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) का नाम नहीं है, लेकिन राजद की कमान तो डिप्टी सीएम के ही हाथ में है.
पोस्ट के जरिए घिनौना मैसेज देते हुए सीधे भाजपा (BJP) पर आरोप लगाया गया है. पोस्ट के मुताबिक मणिपुर (Manipur) में महिलाओं के साथ जो कुछ भी हुआ वह भाजपा के इशारे पर हुआ. इस पर भाजपा ने त्यौरियां चढा़ ली है.
चुनावी माहौल में राजद की इस नयी राजनीतिक गिरावट के खिलाफ एक्शन लेने या प्रतिक्रिया देने पर भाजपा विचार कर रही है. लेकिन राजद का यह पोस्ट कांग्रेस के टूल किट का ही हिस्सा है. अपने बयानों के चलते राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और तेजस्वी यादव दोनों के खिलाफ मानहानि के मामले चल रहे हैं पर असंयमित बयान देने का सिलसिला जारी है. भाजपा के इशारे पर मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई बर्बरता पर तेजस्वी यादव से प्रमाण मांगा जा सकता है और न देने की स्थिति में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जा सकता है.
पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह से 8 नवम्बर को माफी मांगी, उससे बात खत्म नहीं हुई है. सीएम के 7 नवम्बर के विधान परिषद में दिए गए बयान की गम्भीरता को उनके मानसिक स्वास्थ्य से जोड़कर देखा जा रहा है. सीएम के पद पर बैठा व्यक्ति मानसिक रूप से अस्थिर हो तो संवैधानिक रूप से यह संकट की स्थिति है. कई चिकित्सकों ने नीतीश कुमार की मनोदशा को गम्भीर बताया है. कई बार सार्वजनिक रूप से भी नीतीश कुमार की अस्थिर मनोदशा सामने आई है जिसमें भूलने की बीमारी का संकेत मिलता है. यह स्थिति बिहार के लिए गम्भीर है और प्रदेश के राज्यपाल को इसका संज्ञान लेना आवश्यक प्रतीत होता है.
नीतीश कुमार की इस स्थिति से जुडी़ अफवाहें भी हैं लेकिन इस आशंका को नकारा नहीं जा सकता कि वह जिस पद पर हैं, उनकी मनोदशा को देखते हुए उनसे कोई चूक भी बेहद गम्भीर हो सकती है, वह भी तब, जब सहयोगी के रूप में राजद साथ में हो. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है.