CM के इस उम्मीदवार का दावा – 2030 तक बिहार को यूरोपीय देशों जैसा बना देंगे

पटना (TBN रिपोर्टर) | रविवार सुबह बिहार की जनता ने जब अपने हाथों में पढ़ने को अखबार उठाया तो उनके सामने एक नए चेहरे का प्रादुर्भाव हुआ. यह चेहरा था बिहार के मुख्यमंत्री पद के तीसरे दावेदार का. जी हां, पहले से मुख्यमंत्री पद के दावेदारों, एनडीए के नीतीश कुमार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के बाद यह तीसरा अनजान चेहरा सामने आया है. यह चेहरा है पुष्पम प्रिया चौधरी नाम की एक महिला का जिसने खुद को बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में अपने आप को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बताया है.

दरअसल रविवार को बिहार के कई अखबारों में एक विज्ञापन छपा जिसमें पुष्पम प्रिया चौधरी नाम की एक महिला ने खुद को 2020 विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का दावेदार बताया है. “प्लूरल्स” नाम की एक राजनीतिक दल की अध्यक्ष एवं बिहार के दरभंगा की पुष्पम प्रिया चौधरी ने अखबारों में विज्ञापन देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी पेश की. पुष्पम ने इस विज्ञापन के माध्यम से बताया कि विदेश में पढ़ने के बाद वह अब वापस बिहार आकर बिहार के तस्वीर बदलना चाहती हैं. विज्ञापन के द्वारा उन्होंने बताया है कि “प्लूरल्स” नाम की एक राजनीतिक दल की उन्होंने स्थापना की है, जिसकी वह अध्यक्ष है. इस विज्ञापन के जरिए बिहार की जनता को एक पत्र भी लिखा है जिसके द्वारा उन्होंने बताया है कि अगर 2020 में वह मुख्यमंत्री बन जाती हैं, तो 2025 तक बिहार को देश का सबसे विकसित राज्य बना देगी और 2030 तक तो इसका विकास यूरोपीय देशों जैसा हो जाएगा.
इस विज्ञापन में पुष्पम ने अपनी पार्टी “प्लूरल्स” के पंच लाइन का भी उल्लेख किया है. उनकी पार्टी का पंच लाइन है ‘जन गण सबका शासन’. उन्होंने विज्ञापन के द्वारा यह बताने की कोशिश की है कि बिहार में अब “सब का शासन” होगा. उनके अनुसार बिहार डेवलपमेंट के लायक है और यहां पर डेवलपमेंट संभव है. इसके लिए उन्होंने बिहार की जनता से उनका साथ देने की अपील की है. पुष्पम प्रिया चौधरी के अनुसार उनकी पार्टी सकारात्मक राजनीति और policy-making की विचारधारा पर केंद्रित है.
आइए जानते हैं पुष्पम प्रिया चौधरी हैं कौन. जानकारी के अनुसार, पुष्पम प्रिया चौधरी बिहार के दरभंगा की निवासी है और वह जनता दल यूनाइटेड के पूर्व एमएलसी विनोद चौधरी की बेटी है. पुष्पम अभी लंदन में रहती है. उन्होंने IDS, University of Sussex से Development Studies में एमए किया है. साथ ही London School of Economics & Political Science से Public Administration में भी एमए किया है.
अखबार में विज्ञापन के माध्यम से पुष्पम ने चाहे बिहार की जनता के सामने विधान सभा चुनाव 2020 में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पेश कर दी हो, लेकिन बिहार की राजनीति जाति और धर्म में बटी हुई है. इन दो फैक्टरों ने यहां की राजनीति को हमेशा से प्रभावित किया है जिसके कारण बिहार में जितना विकास होना चाहिए, वो नहीं हो पाया है. इस हालात में उनकी यह दावेदारी बिहारवासियों को कहां तक अपनी ओर खींच पाएगी, यह तो समय बताएगा. लेकिन बिहारवासियों के एक वर्ग में इस विज्ञापन ने RAY OF HOPE तो ला ही दिया है जिन्होंने पुष्पम के सफलता की कामना की है.