राष्ट्रपति चुनाव: 99 फीसदी हुआ मतदान, बिहार में 241 विधायकों ने डाला वोट
नई दिल्ली (TBN – The Bihar Now डेस्क)| भारत के 15वें राष्ट्रपति के लिए सोमवार को देश भर में मतदान (Election for 15th President of India) हुआ. इसमें 99 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ जबकि 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में 100 प्रतिशत मतदान हुआ.
चुनाव आयोग (ECI) ने कहा कि देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति के चुनाव के लिए संसद भवन में और देश के राज्यों की विधान सभाओं में 30 मतदान स्थानों पर स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से मतदान सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. इन विधान सभाओं में दिल्ली विधानसभा और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी भी शामिल हैं.
आज 99 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने मतदान किया, जबकि छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, पुडुचेरी, सिक्किम और तमिलनाडु के विधायकों द्वारा 100 प्रतिशत मतदान हुआ.
नई दिल्ली स्थित संसद भवन (Parliament House, New Delhi) में, 721 सांसदों और नौ विधायकों ने मतदान किया, जिनमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे.
संसद की पहली मंजिल पर बना था मतदान केंद्र
संसद की पहली मंजिल के एक हिस्से की घेराबंदी कर दी गई थी और संसद भवन में कमरा नंबर 63 को मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र में बदल दिया गया.
मतदाताओं के लिए एक लाल कालीन बिछाया गया था और संसद भवन की पहली मंजिल का हिस्सा, इसके प्रतिष्ठित लाल बलुआ पत्थर के स्तंभों के साथ, एक सफेद पर्दे से ढका हुआ था, क्योंकि मतदान के लिए क्षेत्र को साफ किया गया था.
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जिस कमरे में मतदान हुआ था, उसके बाहर ऐतिहासिक राष्ट्रपति भवन को प्रदर्शित करने वाले विशाल पोस्टर भी लगाए गए थे. मतदान केंद्रों के बाहर प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा मतदान के लिए विशेष पेन और मतदाताओं के लिए “क्या करें और क्या न करें” के उपयोग पर विशेष पोस्टर उपलब्ध कराए गए थे.
मतदान सुबह 10 बजे हुआ शुरू
मतदान सोमवार सुबह 10 बजे शुरू हुआ और लंबी कतारों के बावजूद सांसदों को वोट डालने के लिए लाइन में खड़ा देखा जा सकता था.
मतदान शुरू होने के कुछ देर बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वोट डालने पहुंचे. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मतदान के पहले घंटे के भीतर ही पहुंच गए, यहां तक कि वे व्हीलचेयर पर भी पहुंचे. सिंह और मोदी उन 350 मतदाताओं में शामिल थे, जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के पहले 1.5 घंटे के भीतर अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
इनलोगों ने पीपीई किट में दिया वोट
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह और तमिलनाडु के पूर्व डिप्टी सीएम ओ पनीरसेल्वम ने पीपीई किट में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाला क्योंकि वे COVID-19 से पीड़ित हैं.
चार अधिकारियों ने मनमोहन सिंह (89) को व्हीलचेयर से खड़े होने और गुप्त मतपेटी में कागज गिराने में मदद की. समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव भी खराब स्वास्थ्य के कारण व्हीलचेयर पर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी नेता राहुल गांधी ने भी बाद में दिन में वोट डाला.
736 में से 730 ने किया मतदान
राष्ट्रपति चुनाव के लिए राज्यसभा के महासचिव और मुख्य रिटर्निंग ऑफिसर पीसी मोदी ने कहा कि 736 मतदाताओं (727 सांसद और 9 विधायक), जिन्हें ECI ने नई दिल्ली स्थित संसद भवन में मतदान करने की अनुमति दी थी, में से 730 मतदाताओं (721 सांसदों और नौ विधायकों) ने मतदान बंद होने से पहले अपना वोट डाला.
मुख्य रिटर्निंग ने बताया कि संसद भवन में कुल मतदान 99.18 प्रतिशत था.
बिहार में 241 विधायकों ने डाला वोट
बिहार में राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को संपन्न हुए मतदान में 242 विधायकों में से कुल 241 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि बिहार विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 243 है, लेकिन आर्म्स एक्ट में सजा होने के बाद मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मोकामा से विधायक अनंत सिंह की सदस्यता समाप्त होने से एक सीट रिक्त ही गई है. इसलिए, आज मतदान में 242 विधायकों को वोटिंग करनी थी लेकिन नीतीश सरकार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) कोटे से मंत्री सुभाष सिंह के गंभीर रूप से बीमार होने के कारण मतदान नहीं कर पाए. इस तरह राष्ट्रपति चुनाव के मतदान में बिहार में 241 विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
बताते चलें, राष्ट्रपति चुनाव में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. चुनाव में संख्या मुर्मू के पक्ष में प्रतीत होती है, लगभग 60 प्रतिशत मत उन पार्टियों के हैं जिन्होंने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है.
विभिन्न राज्यों से मतपत्र अब नई दिल्ली पहुंचेंगे और उन्हें संसद भवन ले जाया जाएगा, जहां 21 जुलाई को मतगणना होगी. बता दें, वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है.
(इनपुट-एजेंसी)