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“President of Bharat” से राजनीति में करंट, भारत बनाम इंडिया का अंतर आया सामने

नई दिल्ली (TBN – वरिष्ठ पत्रकार अनुभव सिन्हा की रिपोर्ट) | राष्ट्रपति भवन (President’s House) से जारी एक निमंत्रण पत्र ने राजनीति में करंट पैदा कर दिया है. G-20 बैठक में भाग लेने आए राष्ट्राध्यक्षों को महामहिम राष्ट्रपति श्रीमति द्रौपदी मुर्मू (President Shrimati Draupadi Murmu) ने 9 सितम्बर को डिनर पर इंवाइट किया है. खास बात यह है कि यह इंविटेशन “प्रेसिडेंट ऑफ भारत” (President of Bharat) की तरफ से दिया गया है न कि “प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया” (President of India) की तरफ से.

इस इंविटेशन में एक शब्द के अंतर का करंट जबरदस्त है. कांग्रेस पार्टी (Congress Party) सबसे ज्यादा पीड़ित हुई है. सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर कांग्रेस वार मोड में है. एक शब्द के अंतर ने कांग्रेस को अंदर से हिला कर रख दिया है. कांग्रेस का तीखा विरोध इस बात का प्रमाण है कि मोदी विरोध (Modi protest) की उसकी सारी तैयारियों पर ग्रहण लगने वाला है.

“प्रेसिडेंट ऑफ भारत” से जो ध्वनि सामने आती है, उसमें भारतीयता शामिल है जो “प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया” के प्रयोग में नजर नहीं आता था. 18 से 22 सितम्बर तक होने वाले संसद के विशेष सत्र में इस शब्द परिवर्तन से संबंधित विधेयक भी सरकार पेश करने वाली है, इसकी चर्चा है.

कांग्रेस की तैयारियों को गहरा झटका

दरअसल, इससे कांग्रेस पार्टी की राजनीतिक तैयारियों को गहरा झटका लगा है. उसके सामने इंडिया को भारतीय बताने की कड़ी चुनौती सामने आ गई है जिसके बारे में शायद उसे इल्म तक नहीं था. महाराष्ट्र मीटिंग में जारी किया गया स्लोगन “जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया” पर ही सवाल खड़ा हो गया है.

“प्रेसिडेंट ऑफ भारत” पर सवाल खड़ा करके कांग्रेस पार्टी ने जो विवाद पैदा कर दिया है, वह उसी के लिए मकड़जाल से कम नहीं है. अपनी तीखी प्रतिक्रिया में उसने सिर्फ इतना ही कहा कि राष्ट्रपति के निमंत्रण पत्र में “प्रेसिडेंट ऑफ भारत” की जगह “प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया” होना चाहिये था. लेकिन चूंकि इसकी शुरूआत राष्ट्रपति के स्तर से हुई है, इसलिए यह अपनी तार्किक परिणति तक भी पहुंचेगा.

कांग्रेस परेशान

यही वजह है कि काग्रेस की आशंकाएं बड़ी होती जा रही हैं. मसलन विपक्षी दलों के महागठबंधन को ‘इंडिया’ ((I.N.D.I.A.) ) नाम दिया गया, उसका क्या होगा? अब भारत बनाम इंडिया की जंग कैसे लड़ी जा सकेगी? इस देश की आइडेंटिटी ‘भारत’ है और इससे ‘इंडिया’ दूर होता नजर आता है. इस चुनौती का राजनीतिक मुकाबला कांग्रेस के लिए कितना मुश्किल होता जायेगा, ऐसी आशंकाएं कांग्रेस को परेशान करने वाली साबित हो सकती हैं.

सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने ‘इंडिया’ की और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने ‘इंडिया’ सांसदों की मंगलवार (5 सितम्बर) को दो अलग-अलग बैठक बुलाई. दोनो बैठकों में चर्चा संसद के विशेष सत्र पर होनी थी. पर राष्ट्रपति के निमंत्रण पत्र ने सबों पर पानी फेर दिया.