PM मोदी ने CAA को लेकर विपक्ष पर हमला बोला
नई दिल्ली (TBN रिपोर्टर) | CAA को लेकर मोदी सरकार के ऊपर CAA को लेकर लगातार हमले हो रहे हैं और विपक्ष सरकार के इस फैसले के बिलकुल विरुद्ध है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में विपक्ष पर जोरदार हमला बोला. पीएम मोदी ने विभिन्न मुद्दों पर बोलते हुए कहा कि वोट बैंक के लिए NPR का विरोध कर रहा विपक्ष, हिंसा को प्रदर्शन का नाम दिया गया, गांधी आपके लिए ट्रेलर, हमारे लिए जिंदगी हैं, हम नई लकीर बनाकर, लीक से हटकर चलें, CAA से किसी भारतीय नागरिक पर असर नहीं.
विपक्ष के नेता बीच बीच में हंगामा करते रहे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हंगामे के बावजूद नहीं रुके और लगातार बोलते रहे उन्होंने कहा कि इन्हें अल्पसंख्यक शब्द से बहुत प्यार है लेकिन ये प्यार इन्हें पड़ोसी देश के अल्पसंख्यकों से क्यों नहीं है. वहां के अल्पसंख्यकों को लेकर उन्हें पीड़ा क्यों नहीं हो रही है.
पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए आगे कहा कि 2003 में लोक सभा में Citizenship amendment Bill प्रस्तुत किया गया. Citizenship Amendment Bill 2003 पर जिस Standing Committee of Parliament ने चर्चा की और फिर उसे आगे बढ़ाया, उस कमेटी में कांग्रेस के अनेक सदस्य आज भी यहां बैठे हैं. पीएम ने कहा कि विपक्ष वोट बैंक के लिए NPR का विरोध कर रहा है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिंसा को प्रदर्शन का नाम दे दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस की मजबूरी उन्हें समझ में आती है. पीएम ने कहा कि केरल के सीएम कहते हैं कि CAA के खिलाफ प्रदर्शन में चरमपंथी तत्वों का हाथ है. उन्होंने इनके खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही है, लेकिन आश्चर्य होता है कि वे केरल में जिस चीज का विरोध करते हैं दिल्ली में उसका समर्थन करते हैं. पीएम ने कहा कि क्या देश को भ्रमित और गलत सूचना देना सही है. क्या कोई इस मुहिम का हिस्सा हो सकता है. CAA पर कई विरोधी पार्टियों का रुख दुर्भाग्यपूर्ण है.पीएम ने कहा कि लोगों को डराने की बजाय सही जानकारी दीजिए. उन्होंने कहा कि विपक्ष के कुछ साथी जो साइलेंट थे अब वाइलेंट हो गए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में लाल बहादुर शास्त्री, राम मनोहर लोहिया और बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर के बयानों के बारे में अवगत कराते हुए कहा कि इन्होंने पड़ोसी देशों के हिन्दुओं के कल्याण की बात कही थी तो क्या इन्हें भी साम्प्रदायिक कहा जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राम मनोहर लोहिया के बयान को विपक्ष के सामने रखा-
“हिन्दुस्तान का मुसलमान जिए और पाकिस्तान का हिंदू भी जिए, मैं इस बात को बिल्कुल ठुकराता हूं कि पाकिस्तान के हिंदू पाकिस्तान के नागरिक हैं इसलिए हमें उनकी परवाह नहीं करनी है। पाकिस्तान का हिंदू चाहे कहीं का नागरिक हो, लेकिन उसकी रक्षा करना हमारा उतना ही कर्तव्य है जितना भारत के हिंदूओं का। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे समाजवादी साथी हमें माने या ना मानें, लेकिन लोहिया जी को नहीं नकारें। पीएम मोदी ने लाल बहादुर शास्त्री की ओर से शराणर्थियों पर राज्य सरकार की भूमिका पर दिया गया बयान याद दिलाया उस बयान के अनुसार 1964 में तब की सभी राज्यों की सरकार ने रिफ्यूजी को अपने यहां शरण देने के लिए एकजुट होकर सहमति देने को कहा था।