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पारस ने पुरानी सभी समितियों को भंग कर बनाई नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति

पटना / नई दिल्ली (TBN – The Bihar Now डेस्क)| पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) के नेतृत्व में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) गुट ने शनिवार को राष्ट्रीय, राज्य कार्यकारिणी और विभिन्न प्रकोष्ठों की समितियों को भंग कर नई नियुक्तियां की है. उन्होंने नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी के गठन के फैसले की जानकारी चुनाव आयोग को दे दी है.

खगड़िया के सांसद महबूब अली कैसर (Mehboob Ali Kaisar) और वैशाली की सांसद वीना देवी (Veena Devi) को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जबकि समस्तीपुर के सांसद प्रिंस राज (Prince Raj) और नवादा के सांसद चंदन सिंह (Chandan Singh) को राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया है.

लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि, “लोक जनशक्ति पार्टी की जो पुरानी कमेटी थी, राष्ट्रीय हो, प्रदेश की हो या जितने भी प्रकोष्ठ हैं, सभी को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है. अभी काम करने के लिए एक नई छोटी-सी कमेटी बनाई गई है. इस नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति में पारस के अतिरिक्त 8 और लोगों हैं”. उन्होंने कहा है कि जल्द ही बाकी लोगों को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मनोनीत कर दिया जाएगा.

नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के 8 सदस्यों में चौधरी महबूब अली कैसर (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), वीणा देवी (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), सुनीता शर्मा (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), संजय सराफ (राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता), रामजी सिंह (राष्ट्रीय महासचिव) और विनोद नागर (राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और राष्ट्रीय प्रवक्ता), चंदन सिंह, प्रिंस राज के नाम शामिल हैं.

पशुपति कुमार पारस ने यह कदम शुक्रवार को लोजपा के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद उठाया है. उन्होंने कहा है कि पार्टी अध्यक्ष के लिए उनका चुनाव पूरी तरह से वैध है. साथ ही उन्होंने रविवार को चिराग पासवान द्वारा बुलाई गई बैठक को असंवैधानिक बताया है.

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अपने भतीजे चिराग पासवान (Chirag Paswan) के दावे का खंडन करते हुए चाचा पशुपति पारस ने कहा कि लोजपा के संविधान के मुताबिक चिराग पासवान अब न तो राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और न ही संसदीय दल के नेता हैं. पारस ने मीडिया को बताया कि कल का चुनाव पार्टी के संविधान के तहत पूरी तरह से वैध था, जिसके बारे में उन्हें (चिराग को) जानकारी नहीं है.

चुनाव चिह्न और झंडे के इस्तेमाल नहीं करने की लगाई गुहार

उधर चिराग पासवान ने चुनाव आयोग से कहा है कि उनके चाचा पशुपति पारस को पार्टी अध्यक्ष बनाने के लिए जो बैठक शुक्रवार को पटना में बुलाई गई थी, वह पूरी तरह से असंवैधानिक थी. उन्होंने पत्र के माध्यम से चुनाव आयोग से पारस एण्ड कंपनी के द्वारा पार्टी के चुनाव चिह्न और झंडे के इस्तेमाल पर रोक लगाने की भी मांग की है.

बता दें कि लोजपा के बागी धड़े ने पशुपति कुमार पारस को निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुना था. इसके बाद चिराग पासवान ने इसे अवैध बताते हुए कहा था कि यह उन लोगों द्वारा किया गया था जिन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था. चिराग ने प्रिंस राज की जगह राजू तिवारी को पार्टी की बिहार इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया है. चिराग ने रविवार को दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है.