दिल्ली में फंसे मजदूरों को देंगे ट्रेन का किराया – पप्पू यादव
पटना (TBN रिपोर्ट) | लॉकडाउन के चलते देशभर में फंसे बिहार के लोगों को वापस घर पहुंचाने के मुद्दे पर सियासत लगातार जारी है. विपक्ष के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) समेत सभी राजनीतिक दल बाहरी राज्यों में फंसे हुए लोगों को लेकर सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं.
वहीँ सभी राजनीतिक पार्टियां अपने स्तर पर अन्य राज्यों में फंसे लोगों को मदद पहुंचाने के लिए आगे आईं हैं. इसी क्रम में जन अधिकार पार्टी (जाप) के अध्यक्ष और बिहार के मधेपुरा के पूर्व सांसद राजीव रंजन उर्फ पप्पू यादव रविवार को दिल्ली के मालवीय नगर में मजदूरों से मिलने पहुंचे और हर रोज़ की तरह रविवार की सुबह भी जरूरतमंदों के बीच राशन और नगद पैसे बांटे.
पप्पू यादव ने मालवीय नगर में लॉकडाउन के बाद से ही फंसे हुए सैकड़ों बिहारी प्रवासी मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं लगातार दिल्ली सरकार के साथ बात कर रहा हूं. आप चिंता मत कीजिए. आप सभी के ट्रेन का किराया मैं दूंगा. मैं आप लोगों को घर पहुंचाउंगा. सरकार तो संवेदनहीन हो चुकी है.
जाप अध्यक्ष पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लॉकडाउन, डूबे हुए अर्थव्यवस्था को और डूबोने का लॉकडाउन है, युवाओं को बेरोजगार करने का लॉकडाउन है और गरीबों को भूख से तबाह करने का लॉकडाउन हैं.
आगे उन्होंने बिहार की नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जल जीवन हरियाली कार्यक्रम पर 24,500 करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है. मजदूरों के एक ट्रेन पर 6.50 लाख का खर्च आता है. ऐसे 5,000 ट्रेनों पर कुल 325 करोड़ रुपये खर्च आएगा. इन 5,000 ट्रेनों से 60 लाख लोग बिहार आ सकते हैं. क्या नीतीश कुमार मजदूरों के लिए जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के बजट से इतने पैसे नहीं निकाल सकते?
केंद्र सरकार में मंत्रियों के बारे में पप्पू यादव ने कहा कि ये लोग बस तब आते हैं जब हिंदू-मुस्लिम करना होता हैं. अभी संकट की घड़ी में जब जनता परेशान हैं तो कोई नहीं दिखाई दे रहा. आगे उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश द्वारा श्रम कानूनों को तीन वर्षों के लिए निरस्त करने पर उन्होंने कहा कि अब मजदूरों से आठ घंटे से ज्यादा काम करवाए जाएंगे. उनके अधिकारों का हनन होगा.