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संसद के विशेष सत्र में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ बिल आने की संभावना: सूत्र

नई दिल्ली (TBN – The Bihar Now डेस्क)| गुरुवार को सूत्रों ने बताया है कि मोदी की केंद्र सरकार (Central government) 18 से 22 सितंबर तक संसद के विशेष सत्र के दौरान ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक (‘One Nation, One Election’ Bill) पेश कर सकती है.

बता दें, ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ लोकसभा चुनाव और विभिन्न राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने के विचार को संदर्भित करता है. इस विचार पर पहले भी कई बार विचार किया जा चुका है और भारत के विधि आयोग (Law Commission, India) द्वारा इसका अध्ययन किया गया है.

वर्तमान में, चुनाव – चाहे लोकसभा के हों या राज्य विधानसभाओं के – आमतौर पर उनके संबंधित कार्यकाल के अंत में होते हैं. यह आम तौर पर हर साल दो चुनाव चक्रों में तब्दील होता है, जिसमें प्रत्येक चक्र में अलग-अलग राज्य विधानसभाओं के लिए मतदान होता है.

‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विचार के तहत, लोकसभा और सभी राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक ही चक्र में होंगे, संभवतः एक ही दिन में मतदान होगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) विधानसभा और आम चुनाव (Assembly and General Elections) एक साथ कराने के विचार पर जोर देते रहे हैं. उनका तर्क है कि इस कदम से चुनाव कराने की लागत कम होगी और शासन के लिए समय भी बचेगा.

इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Union Parliamentary Affairs Minister Prahlad Joshi) ने कहा कि केंद्र ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है जिसमें 5 बैठकें होंगी.

सूत्रों के अनुसार, यह इस साल के अंत में चार राज्यों – राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना – में निर्धारित विधानसभा चुनावों से कुछ महीने पहले आया है. लोकसभा चुनाव अगले साल की पहली छमाही में होने वाले हैं. हालाँकि, चर्चा शुरू हो गई है कि केंद्र जल्द चुनाव करा सकता है या पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव अगले साल अप्रैल-मई तक के लिए टाल दिए जा सकते हैं.

देश में ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ को लेकर बहस काफी समय से चल रही है. इसी साल जनवरी में लॉ कमीशन ने इसको लेकर राजनीतिक दलों से छह सवालों के जवाब मांगे थे. सरकार इसे लागू कराना चाहती है तो वहीं कई राजनीतिक दल इसके विरोध में हैं. 

(इनपुट-न्यूज)