सुशील मोदी के उप-राष्ट्रपति वाले ‘बिल्कुल फर्जी’ दावे पर नीतीश ने कहा – “क्या मजाक है!”
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के सांसद और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी (Former Deputy Chief Minister Sushil Modi) के उस दावे को खारिज कर दिया जिसमें मोदी ने कहा था कि जद (यू) एनडीए से इसलिए अलग हो गया क्योंकि नीतीश कुमार को उप-राष्ट्रपति नहीं बनाया गया.
इसे पूरी तरह से फर्जी दावे के रूप में खारिज करते हुए नीतीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा: “आपने एक आदमी (सुशील मोदी) को यह कहते सुना कि मैं उपराष्ट्रपति बनना चाहता था. क्या मजाक है! मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है. क्या वे भूल गए कि हमारी पार्टी ने उनके राष्ट्रपति उम्मीदवार का कितना समर्थन किया. और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार? हम चुनाव खत्म होने का इंतजार कर रहे थे और फिर अपनी बैठक बुलाई.”
नीतीश ने कहा, “उन्हें मेरे बारे में इतनी बात करने दें कि उन्हें वापस बीजेपी में कोई पद मिल जाए.” बता दें, बुधवार को, सुशील मोदी ने दावा किया था कि नीतीश कुमार भारत के उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे.
सुशील कुमार मोदी ने एक ट्वीट में कहा, “नीतीश भारत के उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे. जदयू के कई वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा के मंत्रियों को यह देखने के लिए भेजा था कि क्या यह संभव है.”
नीतीश कुमार ने भाजपा से अलग होने और राज्य में सरकार बनाने के लिए राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन में शामिल होने के बाद बुधवार को फिर से बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. कुमार ने भाजपा पर यह आरोप लगाया कि बीजेपी, हमारी पार्टी जद (यू) को तोड़ने की कोशिश कर रही है.
उन्होंने कहा, “पार्टी ने मिलकर भाजपा का साथ छोड़ने का फैसला किया. मैं पिछले चुनाव के बाद मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता था, लेकिन मुझ पर पद संभालने के लिए बहुत दबाव डाला गया.
मुख्यमंत्री ने पास खड़े उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘जब उनसे बातचीत हुई, फैसला हो गया. मैं 2024 तक रहूंगा या नहीं… वे जो चाहते हैं वह कह सकते हैं, लेकिन मैं 2014 में नहीं रहूंगा.”