‘न्याय यात्रा’ 29 जनवरी को बिहार आएगी; राहुल गांधी के साथ मंच साझा कर सकते हैं नीतीश, लालू !
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ (Bharat Jodo Nyay Yatra) 29 जनवरी को बिहार में प्रवेश करेगी और तीन दिनों में चार जिलों को कवर करेगी. इस दौरान INDIA ब्लॉक (INDIA bloc) के शीर्ष नेता सार्वजनिक बैठकों में उनके साथ शामिल हो सकते हैं. पार्टी ने सोमवार को राजधानी पटना में इसकी घोषणा की.
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Bihar Pradesh Congress Committee) के मुख्यालय ऐतिहासिक सदाकत आश्रम (Sadaqat Ashram) में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता और एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा (Prem Chandra Mishra, Congress MLC) ने कहा कि राहुल गांधी पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी (Siliguri in West Bengal) से बिहार के किशनगंज (Kishanganj) जिला पहुंचेंगे और जनता से बातचीत करेंगे. फिर रात्रि में वहाँ विश्राम करेंगे. दूसरे दिन वह पूर्णिया (Purnea) के लिए रवाना हो जायेंगे.
मिश्रा ने कहा, “पूर्णिया में एक बड़ी रैली की योजना बनाई गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे हमारे गठबंधन सहयोगियों को निमंत्रण भेजा गया है जो आने के लिए सहमत हुए हैं. नीतीश के किसी और जगह फंसने की स्थिति में जद (यू) अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है उनकी पार्टी का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक वरिष्ठ नेता को भेजा जाएगा.”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस के कट्टर सहयोगी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को निमंत्रण दिया गया है, जो ईडी (ED) के समन के मद्देनजर अपनी उपलब्धता के अनुसार 31 जनवरी को पूर्णिया या कटिहार (Katihar) में होने वाली रैली में शामिल हो सकते हैं.”
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बता दें, प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav, RJD Supremo) और उनके बेटे, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को कथित लैन्ड-फॉर-जॉब घोटाले (land-for-jobs scam) के संबंध में पूछताछ के लिए क्रमशः 29 और 30 जनवरी को पटना में कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा है. यह घोटाला उस वक्त का है जब राजद सुप्रीमो के अधीन मनमोहन सिंह सरकार के समय रेल मंत्रालय था.
मिश्रा ने बताया कि अन्य गठबंधन सहयोगियों जैसे सीपीआई (CPI) और सीपीएम (CPM) के राज्य नेताओं के अलावा सीपीआई (एमएल) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य (Dipankar Bhattacharya) को भी आमंत्रित किया गया है और वे इस यात्रा को अपना समर्थन देने के लिए सहमत हुए हैं.
यात्रा के लिए मीडिया समिति के अध्यक्ष बनाए गए प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि गांधी एक फरवरी को पश्चिम बंगाल वापस जाने से पहले अररिया (Araria) जिले को भी जाएंगे.
“यह बिहार में यात्रा का पहला चरण होगा. दूसरे चरण में, जिसका शेड्यूल उचित समय पर साझा किया जाएगा, यात्रा दक्षिण बिहार के जिलों औरंगाबाद, कैमूर और रोहतास को कवर करेगी. इस प्रकार, यह राज्य के कुल सात जिलों में यात्रा करेगा और 425 किमी की दूरी तय करेगा,” मिश्रा ने बताया.
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा, जो राज्य में पार्टी के “वॉर रूम” के प्रमुख भी हैं, ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले होने वाली यात्रा के लिए बिहार में “जनता में बहुत उत्साह” है.
मिश्रा ने इस बात पर अफसोस भी जताया कि “जिस दिन अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह (Ram temple in Ayodhya) के बाद भारी जश्न मनाया जा रहा है, उस दिन राहुल गांधी को असम में वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान (Vaishnava saint Srimanta Sankaradev in Assam) पर जाने की अनुमति नहीं दी गई.”
उन्होंने आरोप लगाया कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Assam CM Himanta Biswa Sarma), जो एक दशक पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे, “ऊपर (केंद्र) से आए आदेशों पर काम कर रहे होंगे, क्योंकि केंद्र सरकार यात्रा को मिली जनता की प्रतिक्रिया से घबरा गई है.”
मिश्रा ने कहा, “जब भी यात्रा किसी भाजपा शासित राज्य से गुजरती है, तो उसके रास्ते में बाधाएं खड़ी कर दी जाती हैं. हम अपना विरोध दर्ज कराने के लिए काले बैज पहनकर पटना में मार्च करने जा रहे हैं.”
(इनपुट-न्यूज)