नारे की नहीं, सहारे की है जरूरत
पटना (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट) | बिहार की नीतीश सरकार पर प्रवासी मजदूरों के मुद्दे को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से निशाना साधते हुए ट्विटर के जरिये ट्वीट करते हुए कहा है कि;
“ग़रीबों को आश्वासन नहीं राशन और नारे नहीं सहारे की ज़रूरत है”
“जो जहां है वहीं रहे” सरकार द्वारा सुझाए गए या उपाय बिल्कुल निराधार और निर्दयी है, नारा होना चाहिए था “जो सक्षम है वह जहां है वहीं रहे” और जो भी अक्षम, गरीब, मजदूर, मजबूर दिक्कत और तकलीफ में है “वह जहां भी है वह हमसे कहे” हम सबका ख्याल रखेंगे और मदद पहुंचाएंगे.
ऐसा नहीं हुआ,
इस असंवेदनशील सरकार ने सभी को एक तराजू में तौल दिया क्या राजा क्या रंग.
गरीब को उनके हाल पर छोड़ देना सरकार की विफलताओं की भयानक तस्वीर है जो आने वाले कई सालों तक देश की आंखों में चुभती रहेगी.
“नारे नहीं सहारे की जरूरत है.”