बाहर जाने की जरूरत नहीं, बिहार में ही मिलेगा काम

पटना (TBN रिपोर्ट) | देशभर के विभिन्न राज्यों में रहकर लाखों की संख्या में बिहार के मजदूर काम कर रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान बिहार के मजदूरों के घर वापसी का सिलसिला लगातार जारी है. लेकिन एक बार फिर से जब भी हालात सामान्य होंगे तो रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन शुरू हो जायेगा.
इस प्रकार की सभी समस्याओं को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश के विभिन्न राज्यों से अपने गृह राज्य पहुंच क्वारंटाइन किए गए अप्रवासी मजदूरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सीधी बात की और विभिन्न क्वारंटाइन सेंटरों का वीडियो डिजिटल निरीक्षण भी किया.
शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रवासी मजदूरों से कहा कि आप सभी अब बिहार में ही रह कर अपने श्रम व कौशल का उपयोग करें. बिहार के विकास में भागीदार बने. इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बातचीत के दौरान मजदूरों को भरोसा दिलाया कि अब उन्हें बाहर जाने की जरूरत नहीं है, यहीं काम मिलेगा. राज्य सरकार इस पर लगातार काम कर रही है.
नीतीश कुमार ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के लिए श्रम नीति तैयार होगी. इसका मकसद होगा अधिक से अधिक मजदूरों को शीघ्र रोजगार उपलब्ध कराना. मुख्यमंत्री ने रोजगार को लेकर गठित राज्य स्तरीय टास्क फोर्स को निर्देश दिया है कि श्रम नीति तैयार करने के संबंध में शीघ्र सुझाव दें. उन्होंने कहा कि नई इकाइयों की स्थापना के लिए क्या प्रोत्साहन दिए जा सकते हैं, इसके बारे में प्रवासी मजदूरों के फीडबैक के आधार पर भी टास्क फोर्स समुचित सुझाव दे.
मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों की उच्च स्तरीय समीक्षा की और कई निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा है कि मजदूरों को रोजगार देने के लिए बनाए गए राज्य स्तरीय टास्क फोर्स अविलंब कार्य शुरू कर दे. ताकि स्किल सर्वे के अंतर्गत श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध हो सके.