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नीतीश ने कहा, “मुझे कोई निराशा नहीं हुई… कोई नाराजगी नहीं है”

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Chief Minister Nitish Kumar) ने उन अटकलों को खारिज कर दिया है जिसमें कहा जा रहा था कि पिछले हफ्ते दिल्ली में इंडिया ब्लॉक की बैठक (INDIA bloc’s meeting in Delhi) में उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया था. साथ ही, यह सुझाव भी दिया गया था कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress president Mallikarjun Kharge) को प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाया जाए. वह मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी (late Atal Bihari Vajpayee) के जन्मदिन के अवसर पर उनके स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे. उनके साथ डिप्टी तेजस्वी यादव और कुछ वरिष्ठ कैबिनेट सहयोगियों भी उपस्थिति थे.

पिछले सप्ताह इंडिया ब्लॉक की चौथी बैठक के बाद पहली बार मीडिया से रूबरू होते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा के विरोध में पार्टियों को लाने की पहल करने के बाद उन्होंने अपने लिए कुछ नहीं चाहा. लेकिन इंडिया ब्लॉक की बैठक में सीट-बंटवारे की व्यवस्था (seat-sharing arrangements) में तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर दिया. पत्रकारों ने सवाल के जवाब में नीतीश ने जोर देकर कहा, “मुझे कोई निराशा नहीं हुई… कोई नाराजगी नहीं है”

मुख्यमंत्री ने अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के प्रस्ताव की ओर इशारा करते हुए कहा, “बैठक में एक नेता के नाम का मुद्दा उठा. मैंने शुरू में ही स्पष्ट कर दिया कि मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है. फिर एक और नाम प्रस्तावित किया गया, मैंने कहा कि यह मेरे लिए ठीक है.”

सीट बंटवारा सही समय पर

पत्रकारों ने नीतीश से इंडिया ब्लॉक की 19 दिसंबर की बैठक में उनके द्वारा तीन सप्ताह के भीतर सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के आग्रह के बारे में भी पूछा. इसपर नीतीश ने कहा, “हां, मैंने कहा था कि सीट बंटवारे को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाना चाहिए. मैंने पहले भी अवसरों पर यह विचार व्यक्त किया था. मुझे विश्वास है कि यह सभी राज्यों में सही समय पर किया जाएगा.”

पत्रकारों के इस सवाल पर वहां मौजूद तेजस्वी यादव, जो आरजेडी से संबंधित हैं और दिल्ली की बैठक में शामिल हुए थे, ने भी अपनी सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि सीटों का बंटवारा “सही समय पर किया जाएगा.

नीतीश कुमार से मीडिया के एक वर्ग में चल रही अटकलों के बारे में भी पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी के ऊपर संकट मंडरा रहा है. क्या जदयू को विभाजन का सामना भी करना पड़ सकता है या राजद के साथ विलय के लिए सहमत होना पड़ सकता है. इस पर नीतीश ने मुस्कुराहट के साथ उथल-पुथल की अटकलों को खारिज करते हुए कहा, “मेरी पार्टी में सभी एक साथ काम कर रहे हैं और सभी लोग एकजुट हैं.”

वादे का आधा काम कर चुके

मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर की गई एक घोषणा का जिक्र करते हुए कहा, “मेरी सरकार जो प्रगति कर रही है उसे देखें. मैंने 10 लाख नौकरियों का वादा किया था और हम पहले ही आधा काम कर चुके हैं.”

बता दें, एनडीए (NDA) से बाहर निकलने और राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन (Mahagathbandhan) में उनकी पार्टी के साथ नई सरकार के गठन के कुछ हफ्तों के भीतर 10 लाख नौकरियों का वादा किया गया था.

साथ ही, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद (RJD president Lalu Prasad) के बेटे और उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव ने भी 2020 के विधानसभा चुनावों में राज्य के युवाओं को 10 लाख नौकरियों का वादा किया था, जिसने मतदाताओं को आकर्षित किया और उनकी पार्टी को सबसे अधिक सीटें जीतने में मदद मिली थी.

पत्रकारों पर मोदी सरकार का लगाम

नीतीश कुमार, जो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर मीडिया पर लगाम लगाने का आरोप लगाते रहे हैं, ने कहा, “मैंने सदैव पत्रकारों का सम्मान किया है. जो लोग मुझे केंद्रीय मंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल से जानते हैं, वे इसकी गवाही देंगे. लेकिन आज आप सब ऊपर से दबाव के कारण अपना अच्छा काम नहीं दिखा पा रहे हैं. चिंता मत कीजिए, सत्ता बदलेगी तो चीजें बदलेंगी.”

उन्होंने दिवंगत वाजपेयी के प्रति अपने मन में अपार सम्मान की भी बात की और इस बात पर प्रकाश डाला कि “जब वह सत्ता में थे तो किसी भी धार्मिक संप्रदाय के लोगों को असहजता महसूस नहीं हुई.”

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था

बताते चलें, दिल्ली में हुई इंडिया ब्लॉक की चौथी बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था. इसमें उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधा मंत्री पद के चेहरे के मुद्दे को ठंडे बस्ते में रखने की इच्छा व्यक्त की थी और इस बात पर जोर दिया था कि पहले I.N.D.I.A. गठबंधन को पर्याप्त संख्या में लोकसभा सीटें जीतने की जरूरत है.