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नीतीश सरकार अपराध रोकने में विफल – कांग्रेस

पटना (TBN रिपोर्ट) | बिहार में लॉकडाउन के दौरान भी अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. राज्य में लगातार होती अपराध की घटनाओं को लेकर विपक्षी दल नीतीश सरकार पर हमले करते रहे हैं.

इसी क्रम में लॉकडाउन के बीच जारी अपराधिक घटनाओं को लेकर बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने नीतीश सरकार को विधि व्यवस्था के मामले में विफल बताया और राज्य मे बढ़ते अपराध पर रोक लगाने के लिए केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है.

ललन कुमार ने राज्य मे हो रहे अपराध की सूची को जारी करते हुये कहा कि फरवरी की तुलना मे मार्च माह में कमी आनी चाहिए थी, किन्तु ऐसा होने की जगह मार्च मे अपराध के ग्राफ मे वृद्धि दर्ज की गई.

युवा कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रदेश मे साधारण दंगा में 41 फीसदी और भीषण दंगा मे 109 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई. इसी तरह फिरौती के लिए अपहरण मे 50 फीसदी, हत्या के मामले मे 18 फीसदी, डकैती 28.57 लूट 26.80 तथा अन्य आपराधिक मामलों में 56.48 और संज्ञेय अपराध मे 0.26 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई.

उन्होंने कहा कि साधारण दंगा के मामले मे फरवरी में 483 मामले रिकॉर्ड हैं, वहीं 20 मार्च तक 560 मामले रिकॉर्ड हुए जबकि 20 मार्च के बाद अब तक 434 मामले प्रकाश मे आए है. वहीं भीषण दंगों के मामले मे फरवरी में 11, 20 मार्च तक 20 , 20 मार्च के बाद अब तक 18 मामले दर्ज हुए हैं.

इसी तरह अपहरण के लिए फरवरी मे 817, मार्च 845 व अप्रैल मे 96 और फिरौती फरवरी मे 2 व मार्च मे 3 दर्ज किए गए. वहीं हत्या के मामले मे फरवरी मे 218,मार्च 254 व अप्रैल मे 82, विविध अपराध के मामले मे फरवरी मे 6494, मार्च 11062 व अप्रैल मे 4815 और संज्ञेय अपराध के मामले मे फरवरी मे 21,065 , मार्च 81,119 व अप्रैल मे 7,181 मामले दर्ज किए गए.

युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार पुलिस प्रशासन को सिर्फ उनके कार्य को निष्पादित करने देती. अन्य कार्य एनडीआरएफ, होमगार्ड और सिविल डिफेंस के कर्मियों से निष्पादित कराती, तो संभवतः राज्य मे अपराध में वृद्धि नहीं होती.