मुकेश सहनी ने मंत्री पद से इस्तीफा देने से किया इनकार, कहा नीतीश को लेना है फैसला

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार की राजनीति में इन दिनों अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई है. एक तरफ जहां बिहार की एनडीए सरकार में शामिल पार्टी अपने मंत्री पर इस्तीफे का दबाव बना रही है, वहीं दूसरी तरफ इस्तीफे के दबाव का सामना कर रहे मुकेश सहनी ने गेंद सीधे नीतीश कुमार (VIP Chief Mukesh Sahani refuses to resign from ministerial post, says CM Nitish to take call) के पाले में डाल दी है.
इससे नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. राजनीति के इस स्थिति की शुरुआत और बिहार की सत्ता में दबाव या यों कहें कि पृष्ठभूमि तब शुरू हुई जब मुकेश सहनी (VIP Chief Mukesh Sahani) ने यूपी चुनाव में भाजपा के खिलाफ हाथ आजमाने की घोषणा की.
मुकेश सहनी ने यूपी में पार्टी का चुनाव लड़ा और बोचहां विधानसभा के उपचुनाव (Bochahan assembly by-elections) में बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ वीआईपी उम्मीदवार को खड़ा किया. इसपर बीजेपी ने सीधी सर्जिकल स्ट्राइक की और मुकेश सहनी की पार्टी को ही नष्ट कर दिया और विधानसभा में मुकेश सहनी की पार्टी के तीनों विधायकों को बीजेपी में शामिल कर लिया. अब बीजेपी ने मुकेश सहनी पर इस्तीफे के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है.
विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के तीनों विधायकों के भाजपा में शामिल होने के एक दिन बाद, पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी ने गुरुवार को बिहार कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस पर फैसला लेना है. सहनी ने कहा कि जो वह (नीतीश कुमार) फैसला करेंगे, उसके आदेश का पालन करेंगे. बता दें, बिहार में भाजपा-नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) सरकार में वीआईपी एक घटक दल है.
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गुरुवार को पटना में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वीआईपी सुप्रीमो ने कहा कि उनका राजनीतिक जीवन संघर्ष से भरा रहा है और वह अंतिम सांस तक लड़ने के लिए तैयार हैं. मेरी शुभकामनाएं उन तीन विधायकों के साथ हैं जो कल तक हमारे साथ थे और अब एक दूसरी पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं.
सहनी ने बीजेपी को बधाई देते हुए कहा, “हमारे 3 विधायकों ने बीजेपी में शामिल होकर उस पार्टी में कुल 77 विधायक बनाए हैं. अब वे बिहार की नंबर एक पार्टी बन गए हैं जिसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं”.
मंत्री पद से उनके इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर, वीआईपी प्रमुख ने कहा, “मेरा इस्तीफा सीएम नीतीश कुमार का विशेषाधिकार है, इसलिए मैं वही करूंगा जो वे कहते हैं. सीएम नीतीश कुमार को तय करना है कि उनकी सरकार में कौन मंत्री होगा. नीतीश चाहें तो मुझे हटा दें”.
नीतीश कुमार पर बीजेपी का दबाव
मुकेश सहनी के सभी विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करने के बाद बीजेपी ने मुकेश सहनी पर इस्तीफे का दबाव बनाना शुरू कर दिया है. बीजेपी के तमाम नेता नीतीश कुमार पर यह कहकर हमला कर रहे हैं कि मुकेश सहनी को इस्तीफा दे देना चाहिए.
दरअसल, मुकेश सहनी और नीतीश कुमार दोनों ही यूपी चुनाव में बीजेपी के शिकार हुए हैं. बीजेपी ने जेडीयू को एक भी सीट न देकर पहले ही झटका दे दिया था, उसके बाद चार राज्यों में बीजेपी की बड़ी जीत ने और दबाव बनाया.
वहीं मुकेश सहनी ने अपने ऊपर आ रहे इस्तीफे का दबाव नीतीश कुमार पर डालते हुए कहा कि वह इस्तीफा नहीं देंगे क्योंकि यह अधिकार क्षेत्र सीएम का है. राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक बीजेपी ने मुकेश सहनी से इस्तीफे की मांग कर नीतीश कुमार पर दबाव बढ़ा दिया है.
सत्ता की राजनीति के खेल में नीतीश कुमार फिलहाल मुकेश सहनी मामले में कुछ नहीं कह रहे हैं. बताते चलें, बोचहां में अपना उम्मीदवार घोषित करने से पहले मुकेश सहनी सीएम नीतीश कुमार से भी मिल चुके हैं, ऐसे में अब देखना होगा कि नीतीश कुमार उन्हें मंत्री पद से बेदखल करते हैं या कोई नई राजनीति शुरू होती है.