नमो के सोशल मीडिया से हटने के विचार पर बिहार में बयानबाजी
पटना (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट)- भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया पर हमेशा सक्रिय रहते हैं, लेकिन उनके द्वारा सोशल मीडिया छोड़ने के विचार पर ऐलान करने के बाद भारत भर में यह चर्चा का विषय बन गया है. राजनीति खेमों में भी सभी मोदी के सोशल मीडिया से दूरी बनाने को लेकर तरह तरह के कयास लगा रहे हैं.
पीएम मोदी के सोशल मीडिया छोड़ने की ख़बरों के बाद बिहार की सियासत में बयानबाजी का माहौल शुरू हो गया है. विपक्ष के सभी राजनीतिक दल अलग अलग बयान देकर मोदी के इस निर्णय पर राजनीति करते दिख रहे हैं.
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मंगलवार को इसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री देश की जनता को जवाब देने से बचना चाहते हैं. वे जवाब देने से बचने के लिए ही भाग रहे हैं”. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि “अपने किए वादों से मुकरने के लिए ही सोशल मीडिया से भाग रहे हैं”.
सोशल मीडिया वाले मामले पर कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि “यह बस मुद्दा भटकाने का मामला है”.
बिहार सरकार में शामिल जल संसाधन मंत्री संजय झा ने सोशल मीडिया वाले प्रकरण पर मोदी के बचाव में कहा कि “इस बात में ने कोई दम है और न ही कोई सच्चाई. ऐसी कोई बात नहीं है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया में फेक खबरें चिंता का विषय है. ऐसे कदम उठाए जाने की जरूरत है, जिससे फेक न्यूज पर रोक लग सके”.
मोदी के सोशल मीडिया छोड़ने का मामला उनके द्वारा सोमवार को किये ट्वीट के बाद प्रकाश में आया ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा था
“इस रविवार (8 मार्च) को मैं फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब समेत अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट छोड़ने पर विचार कर रहा हूं. इस बारे में मैं आपको जानकारी दे दूंगा”.