टूट की कगार पर ‘महागठबंधन’, एमएलसी चुनाव अकेले लड़ सकती है राजद और कांग्रेस
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| इस साल मार्च-अप्रैल में होने वाले बिहार विधान परिषद चुनावों से पहले, कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल का ‘महागठबंधन’ टूटने की कगार (Ahead of the Legislative Council elections in Bihar ‘Mahagathbandhan’ of Congress-Rashtriya Janata Dal is on the verge of a split ) पर है. जहां तेजस्वी यादव ने एक साथ चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है वहीं कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी अपने दम पर सभी 24 सीटों पर चुनाव लड़ने में सक्षम है.
गौरतलब है कि 2016 में इन 24 विधान परिषद (Bihar Legislative Council Elections 2022) सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 4 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें वह सिर्फ 1 सीट ही जीत सकी थी. इस बार कांग्रेस पार्टी गठबंधन के तहत 6 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी, जिस पर बात नहीं बनी.
दिलचस्प बात यह है कि अक्टूबर 2021 के महीने में बिहार विधानसभा के लिए दो सीटों, कुशेश्वर स्थान (Kusheshwar Sthan) और तारापुर (Tarapur) के लिए उपचुनाव हुए थे, जिसमें राजद और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया था.
यह भी पढ़ें| MLC चुनाव में सीट नहीं मिलने पर भड़के मुकेश सहनी, कहा यह “हिटलरशाही”
बता दें, तेजस्वी ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए संकेत दिया था कि उनकी पार्टी एमएलसी चुनाव अपने दम पर लड़ेगी और राजद नई दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन में है.
लालू से मांगा है समय
रविवार को बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के नेताओं ने राजद प्रमुख लालू यादव (RJD chief Lalu Prasad Yadav) से सीट बंटवारे पर बातचीत करने के लिए समय मांगा, हालांकि, उन्हें उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. उन्होंने कहा, “हमारे नेताओं ने लालू यादव से मिलने के लिए समय मांगा ताकि सीट बंटवारे पर बातचीत हो सके, लेकिन अब तक लालू यादव की ओर से कोई समय नहीं मिला है. इसलिए कांग्रेस पार्टी अपने स्तर पर विधान परिषद चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.”
गठबंधन पर फैसला अब राजद सुप्रीमो के पाले में
मदन मोहन झा ने लालू यादव के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में उपचुनाव के बाद लालू यादव ने कहा था कि गठबंधन के साथी आगामी विधान परिषद चुनाव एक साथ लड़ेंगे और कांग्रेस को विधान परिषद चुनाव में 6 से 7 सीटें देंगे. इसलिए अब राजद सुप्रीमो को गठबंधन पर फैसला करना है.
झा ने आगे कहा कि बिहार में महागठबंधन के भविष्य पर फैसला राजद को लेना है. “तेजस्वी यादव और लालू यादव के बयानों में अंतर है, इसलिए पहले पिता-पुत्र को यह तय करना होगा कि वे महागठबंधन रखना चाहते हैं या नहीं. वे विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस के साथ सीट बंटवारा करना चाहते हैं या नहीं,” उन्होंने कहा.
पार्टी के पास उम्मीदवारों की लंबी लिस्ट
अपनी पार्टी के रुख के बारे में बात करते हुए झा ने कहा कि कांग्रेस सभी 24 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने में सक्षम है और पार्टी के पास उन उम्मीदवारों की लंबी लिस्ट है जो चुनाव लड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हम कई सीटों पर काफी मजबूत हैं और प्रभावी ढंग से चुनाव लड़ सकते हैं.
हालांकि, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि पार्टी आलाकमान परिषद की सभी 24 सीटों पर चुनाव लड़ने पर अंतिम फैसला करेगा. उन्होंने समाचार एजेंसी को बताया, “सभी जानकारी कांग्रेस आलाकमान को दे दी गई है और अब पार्टी आलाकमान को 24 सीटों पर चुनाव लड़ने का अंतिम फैसला लेना है.”