लालू-राबड़ी का शासनकाल एक दुखद दौर: सुशील मोदी

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क) | सोमवार को राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट के द्वारा लालू–राबड़ी के शासन पर जमकर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी का शासनकाल राज्य में एक दुखद दौर के रूप में याद किया जाता है.
मोदी ने लिखा कि लालू प्रसाद ने लोकतंत्र में कभी लोकलाज का मान नहीं रखा, बल्कि घोटाले करने से लेकर पत्नी, बेटी-बेटे को मुख्यमंत्री, मंत्री और सांसद बनाने तक में कोई संकोच नहीं किया. साथ ही, उन्होंने गरीबों को धोखा देकर राज किया और सत्ता को सम्पत्ति जुटाने के मौके के रूप में इस्तेमाल किया. लालू-राबड़ी का शासन गरीबों के लिए स्कूल-कालेज ,अस्पताल, सड़क-पुल के निर्माण के लिए नहीं, नरसंहार, भ्रष्टाचार और पलायन के दुखद दौर के लिए याद किया जाता है.
अपने ट्वीट में सुशील मोदी ने आगे लिखा कि जिन्होंने चपरासी की नौकरी देने के बदले गरीब की जमीन लिखवा ली, उनकी पार्टी अब 10 लाख लोगों की जमीन-जायदाद लिखवाने की साजिश कर रही है. जो अपने बेटों को रिजर्वेशन वाली नौकरी पाने के लायक भी न बना सके, वे बिहार को आइआइआइटी, प्रबंधन संस्थान, निफ्ट और बीआइटी देने वाली एनडीए सरकार की शिक्षा नीति पर किस मुँह से सवाल उठा रहे हैं? मोदी ने राजद से पूछा कि वो बताये कि उनकी सरकार में शिक्षा का बजट क्या था?
उपमुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में फिर लिखा कि साहब के बेटे न नौवीं पास कर सके, न क्रिकेटर बन सके, लेकिन मुख्यमंत्री बनने के दावेदार बनने में सबको धकिया कर आगे जरूर आ गए. बिहार के करोड़ों नौवीं पास, नन मैट्रिक और अंडर ग्रेजुएट युवा कैसे जिएँगे, इसकी फिक्र तो साहब ने कभी की ही नहीं. उन्होंने वंशवाद की राजनीति से केवल अपने बच्चों का रोजगार सुनिश्चित किया.