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किसानों को अपराधी बताने वाले ADG कुंदन कृष्णन के बयान पर बवाल, किसान सभा ने की इस्तीफे की मांग

> नीतीश सरकार की चुप्पी पर सवाल, किसान सभा ने जलाया CM और ADG का पुतला
> अन्नदाताओं का अपमान अस्वीकार, बिहार के किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी

पटना (The Bihar Now डेस्क)| पटना के जमाल रोड पर मंगलवार को बिहार राज्य किसान सभा ने एक जोरदार प्रदर्शन के साथ पुलिस महानिदेशक (ADG) कुंदन कृष्णन के किसान विरोधी बयान की कड़े शब्दों में निंदा की. सभा ने न केवल ADG के तत्काल इस्तीफे की मांग की, बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर भी गंभीर सवाल उठाए.

प्रदर्शन के दौरान किसान सभा ने नीतीश कुमार और ADG कुंदन कृष्णन के पुतले जलाकर अपना आक्रोश जाहिर किया और चेतावनी दी कि यदि इस मामले में तुरंत कार्रवाई नहीं हुई, तो बिहार का किसान समुदाय चुप नहीं बैठेगा.

क्या था ADG का विवादित बयान?

ADG कुंदन कृष्णन ने हाल ही में बिहार में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों के लिए किसानों को जिम्मेदार ठहराते हुए एक विवादास्पद बयान दिया था. उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीनों में अपराध की घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिसका मुख्य कारण यह है कि इस दौरान किसानों के पास कोई काम नहीं होता और वे ही अपराध में लिप्त हो जाते हैं.

उनके इस बयान ने बिहार के किसान समुदाय में गहरी नाराजगी पैदा की है. किसान, जो अन्नदाता के रूप में देश का पेट भरता है, जिसके खून-पसीने से जमीन की कोख से फसल उपजती है, उसे अपराधी करार देना न केवल आपत्तिजनक है, बल्कि समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है.

किसानों का अपमान, नीतीश सरकार की चुप्पी

बिहार राज्य किसान सभा ने इस बयान को किसानों के स्वाभिमान पर हमला करार दिया. सभा ने कहा कि किसान, जो कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है और कई बार कर्ज न चुका पाने के कारण आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाने को मजबूर होता है, उसे अपराधी कहना निंदनीय है. इससे भी बड़ी चिंता यह है कि बिहार की डबल इंजन सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बयान पर कोई कार्रवाई नहीं की, जो उनके मौन समर्थन को दर्शाता है. सभा ने सवाल उठाया कि क्या नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री बने रहना अब उचित है?

पुतला दहन के साथ आंदोलन की चेतावनी

किसान सभा ने मांग की कि ADG कुंदन कृष्णन पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें उनके पद से हटाया जाए. इसके साथ ही, सभा ने पुलिस विभाग के मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मामले में जवाबदेही की मांग की. प्रदर्शन में शामिल नेताओं ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो बिहार का किसान समुदाय सड़कों पर उतरकर बड़े आंदोलन के लिए तैयार है.

प्रदर्शन में शामिल हुए प्रमुख नेता

पुतला दहन कार्यक्रम में अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त सचिव अवधेश कुमार, बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव विनोद कुमार, उपाध्यक्ष प्रभुराज नारायण राव, सोनेलाल, सीटू के राज्य अध्यक्ष गणेश शंकर सिंह, महासचिव अनुपम, खेतिहर मजदूर यूनियन के भोला दिवाकर, डीवाईएफआई के राज्याध्यक्ष मनोज चंद्रवंशी, एसएफआई की राज्याध्यक्ष कांति कुमारी, वरिष्ठ नेता अहमद अली और राजकुमार झा सहित कई अन्य नेता शामिल हुए. सभी ने एक स्वर में किसानों के सम्मान की रक्षा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग दोहराई.

किसानों के सम्मान की लड़ाई

बिहार राज्य किसान सभा ने स्पष्ट किया कि यह प्रदर्शन न केवल एक बयान के खिलाफ आक्रोश का प्रतीक है, बल्कि बिहार के किसानों के आत्मसम्मान और उनके योगदान को रेखांकित करने का एक प्रयास है. वे अन्नदाताओं के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे और इस मुद्दे पर अपनी आवाज को और बुलंद करेंगे.

आपको बता दें, अपने बयान के खिलाफ बढ़ते आक्रोश को देखते हुए ADG कुंदन कृष्णन ने वीडियो मैसेज के माध्यम से किसानों से माफी मांग ली है.