जीतन मांझी उतरे रेल मंत्री के बचाव में, बिहारियों में हताशा
नई दिल्ली / पटना (The Bihar Now डेस्क)| शनिवार देर शाम नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ के लिए जाने के दौरान मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत पर केंद्रीय मंत्री एमएसएमई जीतनराम मांझी ने दुख जताया है. उन्होंने घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है. रेल मंत्री के बचाव करते हुए मांझी ने कहा कि रेल अधिकारियों की चूक के लिए रेल मंत्री से इस्तीफा मांग लेना गलत है.
मांझी के इस बयान से बिहार के आम जनों में हताशा व्याप्त है. किसी ने उन्हें उनके बयान के लिए शर्म करने को कहा है तो किसी ने लिखा कि अपने राज्य के लोगों के लिए स्टैंड नहीं ले सकते हैं आप तो कम से कम मुंह ही बंद रख लेते.
बता दें, रविवार को सोशल मीडिया एक्स पर उन्होंने संदेश में लिखा है कि घटना निःसंदेह आकस्मिक है. कई करोड़ लोगों को एक साथ कितनी मुश्किल से रेल मंत्रालय कुंभ स्नान करवा रहा है. अश्विनी वैष्णवजी के काम की तो तारीफ़ होनी चाहिए. हम उनके साथ हैं.
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रविवार को उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर दो संदेश लिखे हैं. पहले संदेश में उन्होंने कहा कि ईश्वर कठिन समय में परिजनों को संबल प्रदान करें. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है. वहीं, दूसरे संदेश में उन्होंने कहा है कि माना कि रेलवे के अधिकारियों से चूक हुई है. इसका मतलब यह नहीं कि सीधे तौर पर रेल मंत्री का इस्तीफा मांग लिया जाए.
मांझी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया एक्स पर उनके विरुद्ध लोगों ने मोर्चा खोल दिया. मांझी के पोस्ट पर कई लोगों ने गुस्से में प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें कोसा.
नवीन कुमार ने लिखा, “कम से कम आप ही के जाति से आनेवाले राजकुमार मांझी के बारे में भी सोच लेते ऐसा बोलने से पहले, रामकुमार मांझी की पत्नी और बेटी की इस हादसे में मौत हो गई है एक बेटा बचा है बस. ये दलित का नेता नहीं है दौलत का नेता बन गया है, इन लोगों के नज़र में जनता ही दोषी है और मोदी सही.”
वहीं, अनुपम नाम के एक व्यक्ति ने लिखा “अच्छा किया आपने स्पष्ट कर दिया. वरना नादान लोग आपसे उम्मीद लगाए रहते. पूरा देश कह रहा है कि यह सरकारी हत्या है और अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांग रहे हैं. लेकिन आप अपराधी के साथ हैं. बिहार की जनता आपका यह कबूलनामा याद रखेगी.”
विकास यादव ने लिखा’ “निर्लजता की भी हद होती है मंत्री महोदय जी! आपके समाज के नवादा के राजकुमार मांझी की पत्नी और बेटी भगदड़ में मर चुकी है. बेटा गायब है. अरे आप खुद को मांझी का नेता कहते हो आपको तो चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए था.”
दी वॉयस ऑफ कोसी ने लिखा, “जब अपने राज्य के लोगों के लिए स्टैंड नहीं ले सकते हैं आप तो कम से कम मुहँ ही बंद रख लेते, सत्ता सुख के लिए कितना गिरेंगे आ. 18 लोगों की जान गई है जिसमें से सबसे ज्यादा बिहार से आते है @AshwiniVaishnaw जी का साथ देने तो आ गए पर अपने राज्य को ही भूल गए पद के लिए, शर्म करे शर्म!!”
विकी राज ने लिखा, “बड़ा दुःख होता हैं , जब आप जैसा नेता का ये सोच होता हैं , कितना घटिया सोच हैं , इतिहास गवाह हैं आज तक भारत मे ऐसा रेल मंत्री कभी नहीं हुआ हैं , जब से आये हैं मौत का खेल ही हो रहा हैं , और रेलवे फेल ही हो रहा हैं , और आप इसपे मिट्टी डाल रहें हैं , दुर्भाग्य की बात हैं ,आप जैसे नेता हमारे बिहार में हैं , वैसे भी आप को अपने परिवार के अलावा किसी और के बारे में सोचने की फुर्सत कहाँ हैं , कभी मरें हुए लोगो के घर जा के आज तक देखें हैं कभी, नहीं न, केवल प्रवचन दे रहें हैं.!”
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