जेडीयू ने कहा, गठबंधन के लिए सिद्धांतों से समझौता नहीं
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| आरजेडी-जदयू के बीच चल रहे उठाया-पटक के बीच जदयू ने अपना स्टैन्ड साफ करते हुए कहा है कि वह गठबंधन के लिए सिद्धांतों से समझौता नहीं कर सकता है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने बयान जारी कर कहा है, ‘हम चाहे किसी भी दल के साथ गठबंधन में हों, अपने मूलभूत सिद्धांत से कभी समझौता नहीं करते हैं“.
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इस तरह महागठबंघन सरकार के बनने के 6 महीने पूरे होने के साथ ही इसके मुख्य घटक दलों, आरजेडी और जदयू के बीच का तकरार अब खुलकर सामने आ गया है. आरजेडी-जदयू दोनों पार्टियां शराबबंदी और रामचरितमानस मुद्दे पर आर-पार के मूड में है. बता दें, राज्य के शिक्षामंत्री का श्रीरामचरितमानस पर विवादित बयान और उसका आरजेडी की तरफ से खुलेआम समर्थन के बाद जेडीयू भी आर-पार के मूड में है. इसी कारण जदयू ने अधिकारिक बयान जारी कर स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी रामचरित मानस के मुद्दे पर झुकने के लिए तैयार नहीं है.
धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या धर्म गुरुओं का काम
जदयू के द्वारा जारी बयान के मुताबिक, धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या धर्म गुरुओं का काम है, राजनेताओं का काम नहीं है. इसी कारण पार्टी किसी भी राजनेता द्वारा धर्म विशेष पर दिए गए आपत्तिजनक बयान का विरोध करता रहा है. पार्टी ने कहा है कि जदयू कभी भी धर्म एवं जाति को राजनीतिक लाभ के लिए प्रयोग नहीं करती और यह उनका ट्रैक रिकार्ड रहा है.
नीतीश अचानक पहुंचे थे पार्टी कार्यालय
सोमवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के बयान जारी करने से पहले नीतीश कुमार अचानक पार्टी कार्यालय पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के साथ बातचीत की. इस बैठक के बाद उमेश कुशवाहा ने पार्टी का स्टैंड क्लीयर किया. उन्होंने कहा, “हमारा गठबंधन चाहे किसी भी दल के साथ हो, हम अपने सिद्धांतों के साथ समझौता नहीं करेंगे. जेडीयू को पार्टी विद डिफरेंस (Party With Difference) के नाम से जाना जाता है. श्रीरामचरित मानस पर शिक्षा मंत्री के बयान पर जेडीयू का स्टैंड क्लीयर है.”
संविधान के प्रति अटूट आस्था
पार्टी ने कहा है कि जदयू देश के संविधान के प्रति अटूट आस्था रखती है जो इसे अन्य दलों से अलग करती है. जेडीयू ने अपने सहयोगी दल को समझाते हुए कहा है कि पार्टी की विचारधारा संविधान के समर्थन में पूरे तौर पर सख्त है. पार्टी किसी धर्म एवं जाति की राजनीति नहीं करती है बल्कि संपूर्ण जमात की राजनीति करती है. पार्टी ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के इसी गुण के कारण राष्ट्रीय स्तर पर उनकी एक अलग पहचान बनी है और वे राजनीतिक शुचिता के प्रतीक बन गए हैं.