जदयू विधान पार्षद आग-बबूला, कहा आलोक मेहता चेत जाएं
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार (JDU MLC Neeraj Kumar) राजस्व मंत्री आलोक मेहता (Revenue Minister Alok Mehta) के विवादित बयान पर आग-बबूला हो गये हैं. उन्होंने आलोक मेहता को चेताते हुए कड़े शब्दों में कहा है कि हम अपने पूर्वजों को गाली बर्दाश्त नहीं करेंगे.
बता दें, राजद कोटे (RJD) से नीतीश कैबिनेट में राजस्व मंत्री आलोक मेहता ने सवर्णों को लेकर विवादित टिप्पणी (Alok Mehta’s controversial comment on upper castes) की थी जिसके बाद से महागठबंधन (Grand Alliance) में उबाल आ गया है. मेहता के विवादित बयान के बाद राज्य की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है. मेहता ने सवर्ण जाति के लोगों को अंग्रेजों का दलाल बता दिया था. राजद कोटे से शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Education Minister Chandrashekhar from RJD quota) ने पहले ही रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बता कर जदयू के निशाने पर हैं. अब आलोक मेहता द्वारा सवर्ण जाति के लोगों को लेकर की गई टिप्पणी ने आरजेडी के खिलाफ नया मोर्चा खोल दिया है.
आलोक मेहता को इतिहास का ज्ञान नहीं
नीरज कुमार ने कहा कि मंत्री आलोक मेहता का बयान दुखद और अपमानजनक है. उन्होंने कहा कि राजद के नेता बिना किसी जानकारी के गलत बयानबाजी कर रहे हैं. राजस्व मंत्री आलोक मेहता को इतिहास का ज्ञान नहीं है. वो पहले जानकारी ले लें, तब इस तरह का बयान दें.
उन्होंने कहा है कि कोई हमारे पूर्वजों को अपमानित करे, यह किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं होगा. किसी के पूर्वज को कोई सार्वजनिक रूप से अंग्रेजों का दलाल कह दे, यह किसी को अधिकार नहीं है.
आजादी की लड़ाई जाति के आधार पर नहीं
नीरज कुमार ने कहा कि सवर्ण जाति के लोगों ने अग्रेजों से लड़ाई में अपने खेत-खलिहान को बेच दिये और कारावास में अपनी जिंदगी बिता दी. उन्हें मालूम होना चाहिए कि स्वतंत्रता सेनानी के बेटों का बिहार है. आलोक मेहता को पता होना चाहिए कि आजादी की लड़ाई जाति के आधार पर नहीं लड़ी गयी थी. आजादी की लड़ाई में सभी समुदाय के लोगों ने अपना बलिदान दिया है. कुछ भी बोलने से पहले जानकारी ले लेनी चाहिए.
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उन्होंने कहा कि जो लोग जाति व्यवस्था पर टिप्पणी करते हैं, उनको प्राचीन भारत की इतिहास पढ़ लेना चाहिए. नीरज कुमार ने कहा कि हमारे पूर्वजों को अपमानिक करने का अधिकार किसी को नहीं है.
सवर्णों को आरक्षण कोई भीख नहीं
नीरज ने कहा कि सवर्णों को 10 प्रतिशत का आरक्षण दिया जाना कोई भीख नहीं है. यह किसी के कृपा से नहीं मिला है. यह कानून संसद में बना और सुप्रीम कोर्ट ने इसपर मुहर लगाई है. फिर बिहार सबसे पहला राज्य है, जहां 2011 में सवर्ण आयोग की रिपोर्ट आई. इसके बावजूद इस तरह से बयान देकर समाज को बांटने का अधिकार किसी को नहीं है.
जदयू एमएलसी ने कहा राजद ए टू जेड की पार्टी होने का दावा करती है, उम्मीद है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इसपर अपना नजरिया जरूर पेश करेगी. हमारी पार्टी ने राजद के साथ इसलिए गठबंधन किया कि उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल को ए टू जेड की पार्टी बताया था. हमारा मानना है कि जो भी बात हो संविधान के दायरे में रहकर हो.
(इनपुट-न्यूज)