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BPSC पुनर्परीक्षा की मांग को लेकर जन सुराज ने Patna High Court ने दायर की याचिका

पटना (The Bihar Now डेस्क)| बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने गुरुवार को पटना हाई कोर्ट में एक रिट याचिका दायर की है. इस याचिका में दोबारा परीक्षा कराने की मांग की गई है. इसमें पिछले साल 13 दिसंबर को आयोजित सिविल सेवा पदों की प्रारंभिक परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाए गए हैं. इस मामले में बीपीएससी और बिहार के चीफ सेक्रेटरी समेत अन्य लोगों को पार्टी बनाया गया है.

जन सुराज पार्टी की ओर से गुरुवार को बयान जारी कर कहा गया कि जन सुराज अब बीपीएससी BPSC के इस मुद्दे को लेकर पटना उच्च न्यायालय (Patna High Court) भी पहुंच गई है. जन सुराज पार्टी ने BPSC छात्रों की पुनर्परीक्षा (Re Exam of BPSC 70th Exam) की मांग को लेकर अब पटना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है और एक याचिका दायर की है.

जन सुराज के वकील प्रणव कुमार ने अनुच्छेद 226 के तहत एक रिट याचिका (Writ) दायर की है, जिसमें उन्होंने 70वीं बीपीएससी परीक्षा को रद्द कर पुनर्परीक्षा कराने की मांग की है. इसके अलावा उन्होंने कोर्ट से यह भी अनुरोध किया है कि जब तक पुनर्परीक्षा नहीं हो जाती, तब तक परीक्षा के परिणामों की घोषणा न की जाए.

बता दें, पिछले महीने हुई बीपीएससी प्रारंभिक सिविल सेवा परीक्षा में हुई कथित अनियमितताओं को लेकर कई अभ्यर्थी पटना के गर्दनीबाग में तीन सप्ताह से धरना दे रहे हैं. परीक्षा के दौरान राजधानी के बापू परीक्षा केंद्र पर हंगामा होने के बाद आयोग ने वहां के अभ्यर्थियों का 4 जनवरी को फिर से परीक्षा करवाई गई. लेकिन आयोग ने सभी केंद्रों पर पुनः परीक्षा कराने से मना कर दिया है. बीपीएससी के अभ्यर्थी अब पूरे परीक्षा को दोबारा आयोजित कराने की मांग कर रहे हैं.

गौरतलब है, इस मामले में एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी दाखिल की गई, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करने से मना कर दिया. मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह हाई कोर्ट का मामला है, इसलिए बीपीएससी के अभ्यर्थियों को पहले वहां जाना चाहिए.

बताते चलें, जन सुराज सुप्रीमो प्रशांत किशोर बीते 2 जनवरी से बीपीएससी के अभ्यर्थी अपनी मांगों के समर्थन में अनशन कर रहे हैं. पिछले सोमवार को पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन उसी दिन उन्हें जमानत भी मिल गई. मंगलवार को जब पीके की तबीयत खराब हुई, तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. जन सुराज पार्टी की तरफ से पटना हाई कोर्ट में जल्दी ही एक याचिका दायर करने की बात कही गई थी.