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“यह आश्चर्य की बात है, राज्य के हित में नहीं”: नीतीश कुमार

फाइल फ़ोटो

नई दिल्ली (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) सुप्रीमो, नीतीश कुमार (Bihar Chief Minister and Janata Dal – United Supremo, Nitish Kumar) ने कहा कि बोकारो और धनबाद जिलों से भोजपुरी और माघी को क्षेत्रीय भाषा के रूप में वापस लेने का झारखंड सरकार का कदम आश्चर्यजनक है और यह राज्य के हित में नहीं है.

दिल्ली में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा, “क्या भोजपुरी और मगही सिर्फ एक राज्य के हैं? भोजपुरी उत्तर प्रदेश में भी बोली जाती है. बिहार-झारखंड एक था. यह (भाषा) सभी के लिए है. मुझे यह आश्चर्यजनक लगता है. अगर कोई ऐसा कर रहा है तो मुझे नहीं लगता कि यह राज्य के हित में किया जा रहा है. मुझे नहीं पता कि ऐसा क्यों किया जा रहा है.”

बता दें, 2000 में छोटानागपुर क्षेत्र को बिहार के दक्षिणी हिस्से से अलग कर झारखंड नामक एक अन्य राज्य को बनाया गया था. झारखंड सरकार ने शुक्रवार को बोकारो और धनबाद जिलों से भोजपुरी और मगही को क्षेत्रीय भाषाओं के रूप में वापस (Jharkhand government rolled back Bhojpuri and Magahi as regional languages from Bokaro and Dhanbad districts) ले लिया और जिलेवार क्षेत्रीय भाषाओं की नई अधिसूचना जारी की.

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बोकारो और धनबाद जिले की जिला-स्तरीय नियुक्तियों में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की परीक्षाओं में भोजपुरी और मगही को शामिल करने के खिलाफ झारखंड के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन के बाद यह बात सामने आई है.