भारत जोड़ी यात्रा: निर्धारित समय में 3500 किमी की यात्रा कैसे होगी पूरी, प्रतिदिन का हिसाब ही गड़बड़….!
पटना (वरिष्ठ पत्रकार अनुभव सिन्हा की खास रिपोर्ट)| कहा जा सकता है कि देश का राजनीतिक माहौल (?) बदलने की कोशिश की जा रही है. एक तरफ बुधवार (7 सितम्बर) अपराह्न से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा शुरु हो रही है तो दूसरी तरफ बीते सोमवार (5सितम्बर) से जदयू की पहल पर देश के विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास भी शुरु किया गया है.
लेकिन कांग्रेस का प्रयास कुछ अर्थों में बहुत कुछ भले हो, दुर्गति तक पहुंच जाने के बाद भी तामझाम से खुद को दूर रखना इसके लिए सम्भव ही नही है.
इस यात्रा का जो शेड्यूल तैयार हुआ है, आंकड़ों में वह कुछ इस तरह से होगा. 7 सितम्बर को 4.10 बजे अपराह्न के बाद यह यात्रा शुरू होगी. उस दिन तय कार्यक्रम के मुताबिक शाम 6.30 बजे पहले दिन की यात्रा समाप्त हो जायेगी. यात्रा कार्यक्रम यह है कि प्रतिदिन पहली पारी में 7-10.30 बजे तक और दूसरी पारी में अपराह्न 3.30-6.30 बजे तक यात्रा की दूरी तय की जायेगी. कन्याकुमारी से कश्मीर तक की 3500 किमी की इस यात्रा के लिए प्रतिदिन 20-22 किमी की दूरी दो पारियों में तय करना निर्धारित हुआ है जो 150 दिनों में पूरा होगा.
लेकिन गणित कुछ और बताता है. 20 किमी प्रतिदिन के हिसाब से 150 दिनों में 3000 और 22 दिनों में 3300 किमी दूरी ही तय हो पायेगी. बाकी 200 किमी तय करने के बारे में शेड्यूल में कोई संकेत नही है. अभी जो शब्द कांग्रेस के बहुत करीब है, वह है घोटाला. तो क्या भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस 200 किमी का घोटाला भी करेगी?
एक पहलू और भी है. प्रतिदिन दो पारियों में होने वाली इस यात्रा में पांच घंटे का गैप है. 10.30 – 3.30 बजे के बीच यात्रा को नेतृत्व देने वाले राहुल गांधी और उनके साथ रहने वाले अन्य 100 नेता इन पांच घंटों में क्या करेंगे, इसका कोई विवरण उपलब्ध नही कराया गया है.
कांग्रेस का लक्ष्य निश्चित ही बड़ा है. इस यात्रा के जरिए कांग्रेस भारत की एकता को आशा और उम्मीद के त्यौहार के रुप में मनाए जाने का संदेश देना चाहती है. इस पदयात्रा में भय, कट्टरता, बढ़ती बेरोजगारी और समाज में फैली असमानताओं को दूर करने का संदेश भी मुखरता के साथ दिया जायेगा.
(उपरोक्त लेखक के निजी विचार हैं)