हड़ताली शिक्षकों के वेतन भुगतान का आदेश जारी
पटना (TBN रिपोर्ट) :- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ माध्यमिक शिक्षक संघ की वार्ता के बाद शिक्षकों की लम्बे समय से चली आ रही हड़ताल को वापस लेने की घोषणा के बाद राज्य सरकार ने हड़ताली शिक्षकों के लिए वेतन भुगतान का आदेश जारी कर दिया है. साथ ही शिक्षा विभाग ने हड़ताली शिक्षकों के ज्वायनिंग को लेकर भी दिशा निर्देश जारी किए हैं.
बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर सचिव गिरिवर दयाल सिंह के द्वारा जारी किए गये आदेश में फरवरी माह के कार्यरत अवधि का वेतन तत्काल भुगतान करने का निर्देश दिया है. हड़ताल से लौटे शिक्षकों को प्रभावी लॉकडाउन के मद्देनजर 05 मई के प्रभाव से वेतनादि देय होगा. यह व्यवस्था हड़ताल में जाने की तिथि तक नियमित रुप से कार्यरत शिक्षकों के संदर्भ में प्रभावी माना जाएगा. वहीं हड़ताल अवधि के वेतन भुगतान के संंबंध में अलग से आदेश निर्गत किया जाएगा.
शिक्षा विभाग ने ज्वायनिंग के संबंध में निर्देश जारी किया है. शिक्षा विभाग के निर्देशों के मुताबिक लॉकडाउन के बीच माध्यमिक, उच्च माध्यमिक और पुस्तकालयाध्यक्ष जिस प्रखंड में तैनात है वे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के समक्ष योगदान दे सकते हैं. वहीं प्रारंभिक शिक्षक बीईओ के अलावे जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) के कार्यालय में योगदान कर सकते हैं.
शिक्षा विभाग के जारी निर्देशों के मुताबिक योगदान के दौरान शिक्षकों को सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना होगा. मास्क लगा कर संबंधित जगर पर योगदान देने जाना होगा. वहीं जो शिक्षक लॉकडाउन के कारण दूर कहीं फंसे हुए हैं तो वे सामान्य़ प्रशासन विभाग के दिशा निर्देशों के तहत स्थानीय जिला पदाधिकारी से यात्रा पास प्राप्त कर सकते हैं. वे मुख्यालय आकर अपना योगदान दे सकते हैं. ज्वायनिंग के बाद वे तत्काल इसकी सूचना व्हाट्सएप्प के जरिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को देना होगा.
बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के द्वारा जारी आदेश में निलंबित शिक्षकों के संबंध में कहा गया है कि वे अंकित मुख्यालय में योगदान देंगे. वहीं प्रारंभिक विद्यालयों के निलंबित शिक्षक संबंधित बीईओ या फिर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना ) के कार्यालय में योगदान देंगे.वहीं माध्यमिक, उच्च माध्यमिक और पुस्तकालयाध्यक्षों को बीईओ के समक्ष योगदान देना होगा.
बता दें बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के लगभग चार लाख नियोजित शिक्षक समान काम, समान वेतन के साथ सात सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे. हड़ताल ख़त्म न करने की जिद पर अड़े हुए शिक्षकों के सामने अब भूखमरी जैसी समस्या आने के बाद भी शिक्षक हड़ताल को जारी रखे हुए थे और हड़ताली शिक्षक पुराने शिक्षकों की तरह वेतनमान की मांग कर रहे थे. हालांकि इस बीच बिहार सरकार के द्वारा हड़ताली शिक्षकों के सामने विभिन्न तरह के प्रस्ताव भी रखे गए थे लेकिन शिक्षकों की ओर से नकारे जा चुके थे. वहीँ अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के साथ वार्ता की जिसके फलस्वरूप हड़ताल खत्म हो गई है.