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महागठबंधन का राष्ट्रीय राजनीति पर कोई असर नहीं – पीके

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर (पीके) ने कहा है कि बिहार के महागठबंधन का राष्ट्रीय राजनीति पर कोई असर नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार के पास ताकत ही नहीं है तो वह देश की राजनीति में कोई भूमिका अदा नहीं कर सकते हैं.

प्रशांत किशोर ने कहा कि जिस दिन महागठबंधन बिहार में बना, उस दिन मैंने ये बात कही कि यह बिहार का मामला है. इस गठबंधन से देश स्तर पर या राष्ट्रीय राजनीतिक में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.

उन्होंने आगे कहा कि RJD के Zero MP बिहार में हैं. और अब आप सभी मान रहे हैं कि RJD बहुत मजबूत दल है इसलिए इसके लोग डिसाइड कर सकते हैं कि देश कौन चलाएगा. पीके ने कहा कि जिस दल के पास जीरो MP है वो कैसे तय करेगा कि देश कौन चलाएगा? ऐसा संभव है क्या?

नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जदयू पर कटाक्ष करते हुए पीके ने कहा कि नीतीश कुमार के पास 42 विधायक हैं और 16 MP हैं जो उन्होंने पिछले गठबंधन में जीते थे. अब आगे वह कितना सीट जीतेंगे ये बिहार के लोगों को हमसे बेहतर मालूम है. पीके ने नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने के सपने पर कटाक्ष मारा कि जब नीतीश ने पास ताकत नहीं है, अपने 10 सांसद नहीं हैं, तो वह देश की राजनीति में क्या भूमिका अदा कर सकते हैं.

बिहार के बारे में बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि यहां I.N.D.I.A. की सरकार बने या NDA की, यहां की समस्या यह है कि यहां से पलायन कौन सरकार रोकेगी. यहां
10 वर्ष से NDA की सरकार थी. 10 वर्ष पहले भी बिहार देश का 28वां सबसे गरीब राज्य था और आज भी है.

उन्होंने कहा कि बिहार में जो शिक्षा व्यवस्था, रोजगार, पलायन जैसे जो मुद्दे हैं, उसे न तो एनडीए ने सुधारा है और न ही I.N.D.I.A. ने सुधारा है.

पीके ने I.N.D.I.A. के साथ साथ NDA गुट की पोल खोलते हुए कहा कि I.N.D.I.A. और NDA, दोनों साइड में 26 से 27 दल बैठते हैं. उसमें भी दो तिहाई दल ऐसे हैं, जिनके एक भी सांसद नहीं हैं. ये तो संख्या गिनाने के लिए दलों की परिपाटी है और कर्मकांड है कि सभी दलों को बैठा लीजिए. लेकिन इसका ये मतलब थोड़े ही है कि है कि ये दल राष्ट्रीय राजनीति को उलट-पलट देंगे.