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ग्रैंड एलायंस ने कृषि कानूनों के खिलाफ बनाई मानव श्रृंखला

tejaswi yadav at human chain formed to support agitating farmers against new agri law

पटना TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार में आरजेडी के नेतृत्व में महागठबंधन ने शनिवार को राज्यभर में एक मानव श्रृंखला का आयोजन किया, जिसमें कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त की गई.

राजद नेता तेजस्वी यादव ने बताया कि राष्ट्रीय जनता दल राजद, वामपंथी दल और कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों ने पंचायत और गाँव के स्तर तक स्वेच्छा से मानव श्रृंखला बनाया है.

तेजस्वी ने कहा कि इस मानव शृंखला का उद्देश्य केंद्र सरकार के काले कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसानों का समर्थन करना है. ये कृषि कानून केवल कॉरपोरेट्स को फायदा पहुंचाने वाले हैं. उन्होंने कहा कि यदि ये कानून लागू होते हैं तो किसानों की सारी जमीन निजी हाथों में चली जाएगी.

मौके पर बिहार के सभी विपक्षी दलों ने कहा है कि वे तब तक इस तरह के विरोध प्रदर्शन आयोजित करते रहेंगे जब तक कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानूनों को निरस्त नहीं किया जाता है.

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इधर कृषि कानून पर विपक्ष के विरोध पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्ष को विरोध करने का अधिकार है. कम से कम, उन्होंने मानव श्रृंखला अवधारणा को स्वीकार करना तो शुरू कर दिया है. सीएम ने कहा कि हमारे द्वारा शराब पर प्रतिबंध लगाने, दहेज और बाल विवाह के खिलाफ और जल-जीवन अभियान के समर्थन के लिए मानव श्रृंखला शुरू की गई थी.

नीतीश ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा की भी निंदा की. मुख्यमंत्री ने गांधी संग्रहालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि सभी को अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देंगे. लाल किले पर हुई घटनाएं (बर्बरता) निंदनीय हैं.

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इससे पहले शनिवार को सीएम नीतीश कुमार ने गांधी संग्रहालय में उनकी 73 वीं पुण्यतिथि पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि ‘बापू’ द्वारा प्रचारित विचारों के अनुसार हम राज्य में निर्णय ले रहे हैं.

नीतीश ने कहा कि बापू ने पर्यावरण और इसके संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाई थी. इसी कारण उन्होंने (नीतीश कुमार ने) ‘जल-जीवन-हरियाली-अभियान’ शुरू किया है. गांधी जी कहते थे कि ‘पृथ्वी हर किसी की जरूरत को पूरा कर सकती है, लेकिन उनके लालच को नहीं.’ सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने छात्रों को उनके विचारों और जीवन के बारे में पढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है.

बता दें कि किसान तीन नए कृषि कानूनों – किसान व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम Farmers’ Produce Trade and Commerce (Promotion and Facilitation) Act, 2020; मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 (Farmers Empowerment and Protection) Agreement on Price Assurance and farm Services Act 2020) और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 (Essential Commodities (Amendment) Act, 2020) पर किसान सशक्तिकरण और संरक्षण समझौता के खिलाफ पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.