एनडीए में भी ‘अग्निपथ’ का विरोध, फिर से विचार करने की उठी मांग
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार में ‘अग्निपथ’ (Agnipath Scheme) पर सिसायत तेज हो गई है. सड़कों पर हो रहे प्रदर्शन के बाद अब बिहार में एनडीए में शामिल दलों के नेता भी इसपर सवाल उठा रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने अग्निपथ स्कीम को राष्ट्रहित, युवा हित के लिए खतरनाक बताया है.
बिहार में अग्निपथ योजना (Protest of Agnipath Scheme in Bihar) का सड़कों पर विरोध हो रहा है. सेना में चार साल की नौकरी के खिलाफ सूबे में जबरदस्त आक्रोश है. बिहार के 17 से ज्यादा जिलों में इसको लेकर उग्र प्रदर्शन हो रहा है.
छपरा (Chhapra) और गोपालगंज (Gopalganj) में 5 ट्रेनों में आग लगा दी गई है, तो वहीं नवादा (Nawada) में बीजेपी विधायक अरूणा देवी (BJP MLA Aruna Devi) पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने हमला कर दिया, जिसके बाद अरुणा देवी ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई.
इससे पहले बुधवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के काफिले पर भी हमला हुआ था, सेना अभ्यर्थियों के उग्र प्रदर्शन के बाद इसपर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है, HAM संरक्षक जीतनराम मांझी ने अग्निपथ स्कीम को राष्ट्रहित, युवा हित के लिए खतरनाक बताया है.
मांझी द्वारा पुरानी सेना भर्ती योजना की मांग
जीतनराम मांझी ने ट्वीट (Twit) किया है – ‘अग्निपथ स्कीम राष्ट्रहित एवं युवा हित के लिए खतरनाक कदम है जिसे अविलंब वापिस लेना होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह है कि अविलंब अग्निपथ स्कीम को खत्म कर पुरानी सेना भर्ती योजना को शुरू करने की घोषणा करें, जय हिन्द’.
तो वहीं एलजेपी (R) सुप्रीमो चिराग पासवान (LJP-R Supremo Chirag Paswan) ने कहा है कि केंद्र सरकार के इस निर्णय से देश के युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो जायेगा.सरकार इस फैसले को वापस ले.
गुरुवार को देश के रक्षा मंत्री को लिखे पत्र में चिराग ने लिखा कि, ‘राष्ट्रहित, युवा हित के लिए खतरनाक अग्निपथ, अग्निपथ स्कीम राष्ट्रहित एवं युवा हित के लिए खतरनाक कदम है जिसे अविलंब वापिस लेना होगा।मा.प्रधानमंत्री जी से आग्रह है कि अविलंब अग्निपथ स्कीम को खत्म कर पुरानी सेना भर्ती योजना को शुरू करने की घोषणा करें’.
चिराग ने कहा युवाओं में बढेगा असंतोष
चिराग पासवान ने केंद्रीय रक्षा मंत्री (Union Defense Minister) राजनाथ सिंह (Raj Nath Singh) को पत्र लिखकर कर कहा है कि वैसे युवा जिनकी उम्र 17.5 से 21 वर्ष तक है उनकी बहाली चार वर्षों तक के लिए सेना में की जाएगी. जबकि सेना में भर्ती के लिए जो पुरानी प्रक्रिया थी उसके तहत देश के युवाओं ने लगातार तैयारी की है. उन्हें इससे निराशा हाथ लगी है. इस योजना से युवाओं में काफी आक्रोश है.
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चिराग ने कहा कि अग्निवीरों की बहाली सिर्फ चार वर्ष के लिए की जा रही है. उसके बाद सभी अग्निवीरों में से सिर्फ 25 प्रतिशत को ही भारतीय सेना में स्थायी सेवा की स्वीकृति दी जायेगी. इससे देश में बेरोजगारी और बढ़ेगी साथ ही युवाओं में असंतोष बढ़ेगा.
कुशवाहा ने भी की आलोचना
तो वहीं जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने भी इसकी आलोचना की है और कहा है कि सेना, में भर्ती को लेकर प्रस्तावित बदलाव पर सरकार को एकबार फिर विचार करनी चाहिए. तो वहीं नीतीश सरकार के मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा है अगर इसके खिलाफ विरोध दो रहा है तो सरकार को विचार करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत सरकार को छात्रों के यूनियन के साथ बात करनी चाहिए. यह योजना लाने से पहले सरकार को इस संबंध में लोगों से राय लेनी चाहिए थी. लोगों से बैठकर बात करनी चाहिए थी.
(इनपुट-न्यूज)