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शिक्षकों का निलंबन रद्द एवं FIR वापस लेने का फैसला

पटना (TBN रिपोर्ट) | बिहार के नियोजित शिक्षक 17 फरवरी 2020 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे. 4 मई 2020 को शिक्षा विभाग के अनुरोध एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से वार्ता के बाद शिक्षकों ने हड़ताल की समाप्ति की जिसके बाद 19 मई को हड़ताल अवधि में भी वेतन भुगतान संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए. अब शिक्षकों के एक बड़ी राहत की खबर सामने आ रही है

खबर के अनुसार शिक्षा विभाग ने बड़ा निर्णय लेते हुए आदेश जारी कर कहा है कि हड़ताल अवधि में शिक्षकों एवं पुस्तकालय अध्यक्षों पर सरकार के द्वारा की गई अनुशासनिक कार्रवाई जिसमें निलंबन व प्राथमिकी तोड़फोड़ एवं हिंसा को छोड़कर प्रक्रिया का पालन करते हुए वापस लेने की कार्रवाई का निर्णय लिया गया है.

शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा है कि निलंबित नियोजित शिक्षकों के संदर्भ में निलंबन को समाप्त करते हुए विभागीय कार्यवाही से मुक्त करने की अनुशंसा जिलों के शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय द्वारा संबंधित नियोजन इकाई से की जाएगी. नियोजन इकाई के द्वारा प्राप्त अनुशंसा के आलोक में आदेश निर्गत किए जाएंगे. जिन शिक्षकों का निलंबन जिला शिक्षा पदाधिकारी अथवा निदेशक माध्यमिक शिक्षक के द्वारा किया गया हो के संदर्भ में उनके द्वारा समीक्षा के बाद निलंबन को समाप्त करते हुए विभागीय कार्यवाही से मुक्त करने की कार्यवाही की जाएगी.

निलंबन अवधि के लिए नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता का भुगतान किया जाएगा एवं विभागीय कार्यवाही से मुक्त होने के बाद 25 मार्च 2020 से निलंबन मुक्त होने की अवधि के लिए पूर्ण वेतन में जीवन निर्वाह भत्ता की राशि को घटाकर शेष राशि का भुगतान किया जाएगा. हड़ताल की अवधि में जिन शिक्षकों की सेवा समाप्त की गई थी अपीलीय प्राधिकार के समक्ष अपील दायर करना होगाअपील पर अपीलीय प्राधिकार को समीक्षा करते हुए सेवा में वापसी के आदेश पर निर्णय लेना आवश्यक होगा.

सेवा समाप्ति की तिथि एवं सेवा में वापस होने की तिथि के बीच की अवधि को सेवा में नहीं मानते हुए इस अवधि के लिए उपार्जित अवकाश स्वीकृत किया जाएगा

बता दें बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के लगभग चार लाख नियोजित शिक्षक समान काम, समान वेतन के साथ सात सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे. हड़ताल ख़त्म न करने की जिद पर अड़े हुए शिक्षकों के सामने अब भूखमरी जैसी समस्या आने के बाद भी शिक्षक हड़ताल को जारी रखे हुए थे और हड़ताली शिक्षक पुराने शिक्षकों की तरह वेतनमान की मांग कर रहे थे. हालांकि इस बीच बिहार सरकार के द्वारा हड़ताली शिक्षकों के सामने विभिन्न तरह के प्रस्ताव भी रखे गए थे लेकिन शिक्षकों की ओर से नकारे जा चुके थे. वहीँ अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने  बिहार माध्‍यमिक शिक्षक संघ के साथ वार्ता की जिसके फलस्वरूप हड़ताल खत्‍म हो गई थी.