नीतीश सरकार के वादा-खिलाफी के विरुद्ध सीपीएम का मार्च
पटना (The Bihar Now डेस्क)| गुरुवार 5 सितंबर को सीपीएम ने नीतीश सरकार के वादा-खिलाफी के विरुद्ध राजधानी पटना में मार्च निकाला. यह मार्च बुद्ध स्मृति पार्क से निकला जो डाकबंगला चौक होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय के पास आकर सभा में तब्दील हो गया.
यह मार्च जमीन, आवास, रोजगार, महंगाई के खिलाफ, झुग्गी झोपड़ी को बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए उजाड़ने पर रोक लगाने, 65 प्रतिशत आरक्षण को लागू करने, स्मार्ट बिजली मीटर पर रोक लगाने, 200 यूनिट फ्री बिजली, आशियाना रैन बसेरा को मरम्मत करने सहित अन्य मांगों को लेकर निकाला गया.
इस अवसर पर सीपीएम जिला सचिव मनोज कुमार चंद्रवंशी ने कहा कि राज्य सरकार सभी गरीबों को रोजगार करने के लिए दो-दो लाख रुपया देने का वादा किया है, लेकिन जो पात्रता शर्त रखी गई है, वह कठिन है. इसे जबतक सरल नहीं किया जायेगा, लोगों को लाभ नहीं मिल पाएगा.
चंद्रवंशी ने कहा कि इस घोषणा होने के बाद भी ऑनलाइन आवेदन बंद है. सरकार को गरीबों को लाभ देने की मंशा है तो राज्य सरकार ईमानदारी से लागू करें. प्रखंड, अंचल से लेकर जिला मुख्यालय में बिना लेनदेन का कार्य नहीं होता है. पटना जिला के अधिकतर बीडीओ, सीओ कार्यालय में नहीं बैठते हैं. गरीबों पर दमन किया जा रहा है. चंद्रवंशी ने सरकार के खिलाफ आंदोलन को तेज करने का आमलोग से अपील की.
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सभा के उपरांत पटना के एसडीओ से जिला सचिव मनोज कुमार चंद्रवंशी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मिला. एसडीओ ने 21 सूत्री मांगों पर विचार कर सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया.
सभा सी पी मंडल की अध्यक्षता में सभा को जिला सचिव मनोज कुमार चंद्रवंशी, राज्य सचिव मण्डल सदस्य सर्वोदय शर्मा, गणेश शंकर सिंह, रविंद्र कुमार सिन्हा, चंद्रदेव वर्मा, सरिता पांडे, कांति कुमारी, कोशल्या देवी, शिव विधार्थी,नसीम अंसारी, आमोद कुमार, त्रिलोकी पांडे, सुरेंद्र कुमार, सोने लाल प्रसाद, अनिल रजक, सुजीत कुमार, गणेश राम, अमर नाथ यादव, अरविंद कुमार सहित अन्य मौजूद थे.