प्रकृति से दूर जाने का ही दुष्परिणाम है कोरोना
पटना (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट) | बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान से बिहार ने देश-दुनिया के सामने एक मिसाल पेश की है और संदेश दिया है कि किस तरह पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकता है. कोरोना महामारी भी प्रकृति से दूर जाने का ही दुष्परिणाम है. इसलिए विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हम सब प्रकृति की ओर वापस लौटने की शपथ लें.
नंद किशोर यादव ने आगे कहा कि तीन वर्षों में इस अभियान के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए 24,524 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. करोड़ों की संख्या में पौधारोपण किये जा रहे हैं. कुआं, पोखर, तालाब और पईनों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है.
बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने ट्विटर के माध्यम से विश्व पर्यावरण दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट करके कहा कि
विश्व पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. पर्यावरण की संरक्षा से ही जीवन सुरक्षित रहेगा.जल, हरियाली के बिना जीवन की परिकल्पना संभव नहीं है.माo मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी के नेतृत्व में बिहार ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के माध्यम से पर्यावरण संरक्षा की दिशा में बड़ी पहल की है.