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मुख्यमंत्री को मात्र कुर्सी बचाने की है चिंता – तेजस्वी

पटना (TBN रिपोर्ट) | राजद के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रदेश कार्यालय में राजद अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश पदाधिकारियों और ज़िला अध्यक्षों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि लालू जी ने गरीब,अभिबंचित,शोषित, दबाये,सताये पिछड़े, अत्यंत पिछड़े, दलित, अदिबासी, अल्पसंख्यक समाज को सामाजिक न्याय दिलाने का काम किया था, मैं उनके आशीर्वाद और आपसब के सहयोग और समर्थन से इन वर्ग और तबकों को आर्थिक न्याय दिलाने का काम करूँगा.

तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद मात्र कई समीकरण की पार्टी नहीं है ये तो सभी वर्ग ,जाति, धर्म की पार्टी है.यहां पर सब को सम्मान, आदर मिलने के साथ साथ पार्टी एवम सत्ता मे भागीदारी दी जाती है.लालू जी ने समाज के सभी वर्ग, जाति को विधानसभा एवम विधान परिषद मे प्रतिनिधित्व दिया.राजद तो A टू Z की पार्टी है. साज़िश के तहत राजद को किसी विशेष जाति की पार्टी कह कर बदनाम किया गया है. लालू जी ने कभी भी अपनी नीति और विचारधारा से समझौता नहीं किया .

राजद नेता ने कहा कि लालू जी ने गरीब, अभिवंचित, पिछड़े को समाज की मुख्य धारा मे लाने का प्रयास किया. पिछड़े,अत्यंत पिछड़े को उन्होंने समुचित प्रतिनिधित्व दिया . आगे उन्होंने कहा कि आपने यदि मुझे सेवा का अवसर दिया तो मैं उनको जिन्हें प्रतिनिधित्व (जातियों) का आज तक अवसर नहीं मिला है. उन्हें खोज कर देश के सबसे बड़े पंचायत मे भेजूंगा .आपकी लड़ाई लालू जी और राजद लड़ रही है.

आगे उन्होंने कहा कि राजद ने दल के अंदर भी आरक्षण की व्यवस्था की है. कोरोना काल मे जब कोई नेता घर से निकल नहीं रहा है वैसे समय मे भी राजद के सिपाहियों ने जनता की सेवा से पीछे नहीं हटे. प्रवासी मजदूरों को अपने अपने घर लाने के लिये गुहार लगाई और उन्हें घर पहुचने मे मदद की. एक लाख से अधिक मजदूरों को राशन पहुंचाया. लालू रसोई चला कर लाखों गरीबों के लिये भोजन की व्यवस्था की. माननीय मुख्यमंत्री जी मजदूरों को आने नहीं देना चाह रहे थे. मुख्यमंत्री जी ने पुलिस महकमे से मजदूरों के लिये अपमान जनक चिट्ठी निकलवाई. राजद के विरोध के बाद वो चिट्ठी वापस हुई. उन्होंने कहा कि सरकार वो होती है जो लोगों के दुख-दर्द मे काम आए. मुख्यमंत्री जी की चिंता मात्र कुर्सी बचाने की है.

नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा करोड़ो करोड़ खर्च कर वर्चुअल रैली कर रही है, दूसरी ओर मज़दूरों को 1500-2000 किलो मीटर पैदल चलने को मजबूर किया. जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या मे मजदूर दुर्घटना मे मरे. उन्होंने कहा कि रेल की ऐसी बदइंतजामी रही के पटना के बजाय रेल पूरी पहुंच रही थी, जिस कारण मज़दूरों को आठ-आठ दिन घर पहुंचने मे लगा. भूख प्यास को मिटाने के लिये समुचित व्यवस्था नहीं की गई. जबकि रेल टिकट के अतिरिक्त 50-50 रुपया भी मजदूरों से लिया गया. इस अव्यवस्था के कारण भी कई की जान गई. कोरोना काल मे बेरोजगार हुए मजदूरों को रोजगार दिया जाना था, मैं जानना चाहता हूँ कि कितने मजदूरों को रोजगार मिला और उन्हें रोजगार दिए जाने के लिये क्या कार्य योजना है.

उन्होंने कहा कि विगत 15 वर्षों मे रोजगार के सृजन के लिये कितने कल कारखाने खोले गए. 15 वर्षों मे कितने कल कारखाने बंद हुए यह भी सरकार बताए . बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने और विशेष पैकेज का क्या हुआ. नेता प्रतिपक्ष ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाया और कहा कि राज्य मे शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है.

बैठक को प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पूर्व मंत्री एवम राजद के राष्ट्रीय प्रधान महा सचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी,विधान पार्षद चंद्र बाली चंद्रबन्सी, पूर्व सांसद अनिल साहनी, पूर्वमंत्री रामाश्रय साहनी,सहित कई राजद नेताओं ने संबोधित किया और तेजस्वी जी के नेतृत्व मे आस्था वयक्त करते हुए उन्हें राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाये जानेका संकल्प लिया.

इस अवसर पर भाई अरुण, चंदेश्वर प्रसाद सिंह, मदन शर्मा सहित अनेकों राजद पदाधिकारी उपस्थित थे. नेता प्रतिपक्ष ने इस अवसर पर दूसरे दलों से राजद मे आये अनेकों नेताओं को राजद की सदस्यता दिलाई.