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महागठबंधन को वोट नहीं देने वाली जातियां निशाने पर: सुशील मोदी

· वैश्य एवं कुशवाहा जातियों को अतिपिछड़ा सूची से बाहर करने की साजिश
· भाजपा ऐसी साजिश का देगी मुंहतोड़ जवाब·
· मुसलमानों की तीन ऊँची जातियों को अतिपिछड़ा वर्ग में रखना गलत

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार में जातीय गणना कि रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद से ही पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी लगातार नीतीश सरकार पर हमला बोल रहे हैं. सोमवार को उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के इशारे पर तेली, तमोली, चौरसिया,दांगी सहित आधा दर्जन जातियों को अतिपिछड़ा सूची से बाहर करने की जो साजिश रची जा रही है, उसे हम सफल नहीं होने देंगे. भाजपा इसका मुंहतोड जवाब देगी.

पूर्व उपमुख्यमंत्री मोदी ने कहा कि वैश्य एवं कुशवाहा समाज को बाँटने और इनकी आबादी कम दिखाने की मंशा जातीय सर्वे में उजागर हो चुकी है. दूसरी तरफ राजद के एक विधान परिषद सदस्य वैश्य एवं कुशवाहा जातियों को अतिपिछड़ा सूची से बाहर कराने के लिए पदयात्रा और सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि जिन अतिपिछड़ी जातियों ने महागठबंधन को वोट नहीं दिया, उनके विरुद्ध तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.

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मोदी ने कहा कि मुसलमानों में मल्लिक, शेखड़ा और कुल्हिया ऊँची जातियाँ हैं, लेकिन अतिपिछड़ा वर्ग में शामिल कर इन्हें आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है.

मोदी ने कहा कि मुसलमानों में जिन्हें शेरशाहबादी जाति का बताया गया है, वे बांग्लादेशी हैं और बांग्ला बोलते हैं. सुरजापुरी को मुस्लिम जाति दिखाया गया है, जबकि सुरजापुरी भाषा है. इन सारी विसंगतियों और त्रुटियों को दूर करने की आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि ऊँची जातियों के मुसलमानों को अतिपिछड़ा सूची से बाहर कर अतिपिछड़ों की हकमारी बंद की जानी चाहिए.