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बिहार में होगा जातीय जनगणना, सर्वदलीय बैठक में लिया गया फैसला

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार में जाति आधारित गणना (Caste based census in Bihar) की जाएगी. इसकी घोषणा बुधवार 1 जून को राजधानी पटना में सम्पन्न सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने की.

मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में जाति आधारित जनगणना पर विधानसभा के सभी दलों के नेताओं के बीच विचार-विमर्श हुई. इस बैठक के बाद सभी दलों के नेताओं की उपस्थिति में मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति आधारित गणना पर विचार-विमर्श करने के बाद सर्वसम्मति से यह निर्णय हुआ है कि बिहार में जाति आधारित गणना की जाएगी.

उन्होंने बताया कि इस बैठक में सभी दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से जाति आधारित गणना कराये जाने के पक्ष में अपनी-अपनी राय एवं सुझाव दिये. सबों ने जाति आधारित गणना कराये जाने को लेकर अपनी सहमति जतायी. इसके बाद यह निर्णय लिया गया.

उन्होंने कहा कि चूंकि जाति आधारित गणना को राज्य स्तर पर ही करना है, इसलिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाकर इस पर विचार करने का निर्णय लिया गया. इसमें देर हो गया क्योंकि पिछले कई महीनों से उपचुनाव, स्थानीय निकाय का चुनाव वगैरह आ गए थे.

नीतीश ने मीडिया को बताया कि इस गणना में हर लोगों के बारे में पूरी जानकारी ली जाएगी. इसके लिए बड़े पैमाने पर और तेजी से काम किया जाएगा. राज्य सरकार की ओर से इसमें मदद दी जाएगी. गणना कार्य में लगाए जानेवाले लोगों की ट्रेनिंग करा दी जाएगी.

बहुत जल्दी कैबिनेट लेगा निर्णय

उन्होंने कहा कि इस सर्वदलीय बैठक जो बातचीत हुई है उसके आधार पर बहुत जल्दी कैबिनेट (Cabinet Meeting) अपना निर्णय लेगा. कैबिनेट के जरिए इस काम के लिए राशि का प्रबंध बहुत जल्दी किया जायेगा.

जाति आधारित गणना का विज्ञापन द्वारा जागरूकता

मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति आधारित गणना के बारे में राज्य सरकार के द्वारा विज्ञापन प्रकाशित किया जाएगा ताकि इसके बारे में लोग एक–एक चीज जान सकें. काम शुरू होगा तो लोगों को इसकी जानकारी दी जाएगी ताकि सब लोगों को ये मालूम रहे कि एक–एक काम किया जा रहा है. समाचार पत्रों एवं मीडिया में भी इस बात को प्रचारित किया जाएगा ताकि सभी लोग इसके बारे में जान सकें.

नीतीश ने कहा कि जो कुछ भी किया जाएगा उसके बारे में विज्ञापन भी दिया जाएगा. सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रचारित किया जाएगा. एक- एक चीज लोगों की जानकारी में रहेगी.

उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना को समय पर पूरा करने के लिए कैबिनेट के माध्यम से एक समय सीमा तय की जाएगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सबलोगों का, चाहे वे किसी भी जाति या धर्म के हों, पूरा का पूरा इसका आंकलन किया जाएगा. हमलोगों का मकसद है लोगों को आगे बढ़ाने का, जो पीछे है, उपेक्षित है, उसकी उपेक्षा न हो. सब आगे बढ़ें. इन सब चीजों को ही ध्यान में रखकर हमलोगों ने तय किया और इसका नामकरण जाति आधारित गणना किया गया है. इससे सबलोगों की गिनती हो जाएगी.

नीतीश ने बताया कि सारे दलों को भी एक–एक काम की जानकारी दी जाएगी. आप तो जानते हैं कि अलग-अलग जाति में अनेक उपजातियां हैं. जाति और उपजाति सभी की गणना की जाएगी. हमलोगों का मकसद है सभी का विकास करना, उन्हें आगे बढ़ाना. कोई पीछे न रहे इसलिये इसे ठीक ढंग से कराया जायेगा.

नीतीश ने मीडिया से कहा कि आज सभी राज्य जातीय जनगणना पर विचार कर रहे हैं. अगर सभी राज्यों में यह हो जाएगा तो राष्ट्रीय स्तर पर ऑटोमेटिक हो जाएगा. हमलोग जातीय गणना को बिहार में बहुत अच्छे ढंग से करना चाहते हैं.

इस सर्वदलीय बैठक में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता हम विधायक दल जीतन राम मॉझी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, राजद सांसद मनोज कुमार झा, कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, ए०आई०एम०आई०एम० के विधायक दल के नेता अख्तरूल ईमान, भाकपा माले के विधायक दल के नेता महबूब आलम, सी०पी०आई० (एम0) के राज्य सचिव ललन चौधरी, सी०पी०आई० (एम०) नेता विधायक जय कुमार, सी०पी०आई० राज्य मंत्री राम नरेश पाण्डेय, सी०पी०आई० विधायक दल के नेता राम रतन सिंह मौजूद रहे.