Big NewsPoliticsफीचर

भतीजा पर लगाम लगाने के लिए चाचा की ओर रुख कर सकती है बीजेपी: सूत्र

पटना (The Bihar Now डेस्क)| भाजपा (BJP) लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) के प्रमुख पशुपति पारस (Pashupati Paras) के भतीजे चिराग पासवान (Chirag Paswan) को काबू में रखने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (National Democratic Alliance) में उनका दर्जा बढ़ा सकती है. ऐसी खबर सूत्रों से छनकर ऊपर आई है.

हाल ही में, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, जो अलग हुए गुट लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख हैं, ने वक्फ संशोधन विधेयक (Waqf amendment bill) और सरकारी नौकरियों में पार्श्व प्रवेश (lateral entry in government jobs) सहित केंद्र सरकार की कुछ महत्वपूर्ण नीतियों पर सवाल उठाए थे.

इसके अलावा, चिराग पासवान ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कोटे (Scheduled Caste and Scheduled Tribe quota) में उप-श्रेणियों और क्रीमी लेयर की पहचान करने के सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले का भी विरोध किया था.

चिराग और कुछ अन्य सहयोगियों के विरोध ने एनडीए सरकार को अपने फैसले से पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. चिराग ने जाति जनगणना के पक्ष में भी बात की, जिसकी मांग कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Congress MP Rahul Gandhi) और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav) ने पहले से कर रखी है.

पारस को जल्द ही महत्वपूर्ण पद

चिराग पासवान के बयानों से बीजेपी जाहिर तौर पर असहज थी. सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) से मुलाकात करने वाले पशुपति पारस को जल्द ही किसी राज्य का राज्यपाल या किसी महत्वपूर्ण केंद्रीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया जा सकता है.

मोदी 2.0 कैबिनेट (Modi 2.0 cabinet) में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री के रूप में कार्य करने वाले पशुपति पारस पिछले कुछ महीनों में हाशिए पर हैं. पारस एनडीए (NDA) के साथ बने हुए हैं, हालांकि उन्होंने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha polls) में बिहार में अपनी पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए एक भी सीट नहीं दिए जाने पर नाराजगी व्यक्त की थी.

सूत्रों का कहना है कि पारस की पदोन्नति उन्हें एनडीए में चिराग के कद के बराबर ले आएगी, जिससे भाजपा को हाजीपुर सांसद को नियंत्रण में रखने में मदद मिलेगी.

लोक जनशक्ति पार्टी, जिसका नेतृत्व राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) ने किया था, 2020 में उनके निधन के बाद दो भागों में विभाजित हो गई. उनके भाई पारस राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (Rashtriya Lok Janshakti Party) का नेतृत्व करते हैं और उनके बेटे चिराग पासवान लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का नेतृत्व करते हैं. ये दोनों पार्टियां एनडीए का हिस्सा हैं.