सारण में जहरीली शराब से हुई मौतों पर भाजपा कर रही राजनीति : ललन सिंह
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह (JDU President Rajeev Ranjan alias Lalan Singh) ने सोमवार को कहा कि बिहार के सारण में जहरीली शराब कांड (spurious liquor case) में मरने वालों की संख्या पर भाजपा राजनीति कर रही. उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा दी गई मरने वालों की संख्या वास्तविक है. फिर भी यदि भाजपा (BJP) कहती है कि जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या 200 है, तो उन्हें मरने वालों का नाम और विवरण साझा करना चाहिए.
एक विशेष साक्षात्कार में, ललन सिंह ने न्यूज एजेंसी को बताया कि सरकारी आंकड़ा सही आंकड़ा है. इसके अलावा अगर बीजेपी 200 लोगों की मौत की बात कर रही है तो उनके नाम और पते बताए. यह अलग बात है कि वे राजनीतिक कारणों से आरोप लगाते रहते हैं लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि नकली शराब बनाना और पीना आपराधिक प्रवृत्ति है और यह अपराध की श्रेणी में आता है.
अपराधियों को दंडित किया जाएगा
उन्होंने कहा, “कोई भी व्यक्ति जो अपराध करता है उसे पकड़ा जाएगा और दंडित किया जाएगा. बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. इसके बावजूद अगर कुछ लोग गड़बड़ करते हैं, तो कानून है और लोग कानून का उल्लंघन भी करते हैं और कानून का उल्लंघन करने के लिए कानूनी प्रक्रिया उसी के लिए है.”
जदयू अध्यक्ष ने एजेंसी से आगे कहा कि गोपालगंज में जहरीली शराब से हुई मौतों के एक पिछले मामले में निचली अदालत ने जहरीली शराब बनाने वालों को मौत की सजा दी थी, जिसपर कार्रवाई भी की गई.
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उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग, जो सारण जहरीली त्रासदी के कारण 200 लोगों की मौत का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें बताएं कि 2016 से 2021 तक कर्नाटक, मध्य प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या सबसे अधिक है. वे बताएं कि उन राज्यों में किसका शासन है?
बीजेपी के पास कोई डेटा है तो बताए
जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने आगे बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि अगर बीजेपी के पास कोई डेटा है तो उसे जनता के सामने लाएं. मध्य प्रदेश में, कर्नाटक में हजारों मौतें हो रही हैं, तो उनके पास बिहार के भी आंकड़े हों तो बताएं.
उन्होंने कहा, “मैं बीजेपी से राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) में जहरीली शराब से बिहार में हुई मौतों के बारे में पूछना चाहता हूं. एनसीआरबी बिहार सरकार का नहीं है. एनसीआरबी बिहार सरकार का संगठन नहीं है, यह भारत सरकार का संगठन है और भारत सरकार के मंत्री से इसके बारे में पूछा जाना चाहिए,”.
चिराग पासवान के बारे में एक सवाल पर, जदयू नेता ने कहा, “चिराग पासवान जो कह रहे हैं, हम उस पर कोई ध्यान नहीं देते हैं और वह ध्यान देने के लिए ज्यादा महत्व नहीं रखते हैं.”