बीजेपी अकेले सक्षम लेकिन करती है गठबंधन धर्म का सम्मान : आरके सिंह

नई दिल्ली / पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क) | भाजपा नेता और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनावों में भाजपा अपने दम पर सरकार बनाने में सक्षम है, लेकिन पार्टी दो दशकों से जेडी-यू के साथ गठबंधन में है और गठबंधन धर्म का सम्मान करती है और पार्टी अपने दोस्त को नहीं छोड़ेगी.
मंत्री ने कहा कि बिहार में भाजपा के पास एक ठोस आधार है. उन्होंने कहा कि बिहार में बीजेपी अपने दम पर सरकार बना सकती है. लेकिन एक बात समझनी चाहिए कि हमने 1996 में जेडी-यू के साथ गठबंधन किया और हमारी एक पुरानी साझेदारी है. हमें अपनी साझेदारी क्यों छोड़नी चाहिए?
सिंह ने एजेंसी से कहा कि हम निश्चित रूप से अकेले लड़ने की स्थिति में हैं और अकेले लड़कर सरकार बना सकते हैं और इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी और हमारे नेता, पीएम नरेंद्र मोदी का समर्थन आधार बिहार में बहुत महबूत है और इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए. लेकिन एक बात सुनिश्चित है कि हम अपने दोस्तों को नहीं छोड़ेंगे. जेडी-यू के साथ हमारी साझेदारी इतनी पुरानी है कि हम इसे नहीं छोड़ेंगे.
बता दें कि जेडी-यू ने 2013 में बीजेपी के साथ अपने 17 साल पुराने गठबंधन को समाप्त कर दिया था, लेकिन 2017 में आरजेडी के साथ अपना संबंध तोड़ने के बाद बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में फिर से शामिल हो गए. दोनों पार्टियों ने आखिरी विधानसभा चुनाव एक दूसरे के खिलाफ लड़े थे लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में एक साथ लड़े थे.
आरा से बीजेपी सांसद आरके सिंह ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव का नतीजा यह स्पष्ट रूप से बताता है कि बिहार में भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी का समर्थन आधार क्या है.
उन्होंने कहा कि यह तो स्पष्ट है कि समर्थन के आधार पर भाजपा-जदयू के बीच सीट का बंटवारा होना चाहिए. लेकिन यदि पार्टियों की वास्तविक स्थिति को ध्यान में रखा जाए तो भाजपा का वजन अधिक है.
भाजपा नेता ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा, जद-यू और लोजपा के बीच सीटों का बंटवारा जल्द ही किया जाएगा.
राजद और कांग्रेस हैं बिखरे हुए
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन (महागठबंधन) की चुनौती को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने एकदम से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि जहां तक महागठबंधन की बात है, तो राजद और कांग्रेस बिखरे हुए हैं. मांझीजी ने भी एनडीए से गठबंधन कर लिया है. महागठबंधन के कई विधायक और एमएलसी एनडीए में आए हैं. इसलिए महागठबंधन इस चुनाव में कहीं भी नहीं हैं.
बताते चलें कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होने वाले हैं. वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो जाएगा. चुनाव आयोग ने अभी तक बिहार में कोरोनोवायरस महामारी के कारण चुनाव की तारीखों पर अंतिम फैसला नहीं लिया है.